Vikrant Shekhawat : Oct 10, 2020, 02:04 PM
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि यूपी में दंगा भड़काने की साजिश हुई है। सीएम योगी ने इसके लिए विपक्षी दलों पर जोरदार हमला भी बोला है। शनिवार को एक प्रेस वार्ता कर योगी आदित्यनाथ विरोधियों पर जमकर भड़के। उन्होंने कहा कि पूरा देश जब श्रीराम जन्मभूमि पर कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले को लेकर उमंग और उत्साह में था। तब कुछ तत्व राज्य में दंगे रचने की साजिश रह रहे थे। योगी ने कहा कि जब प्रदेश अपने कामगार, श्रमिकों, समाज के विकास को कोरोना काल में तीव्रता के साथ आगे बढ़ाने का काम करता है। तब यूपी में जाति और सांप्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश रची जाती है।विपक्षी दलों पर बोला हमलासीएम ने कहा कि ये वो ही लोग हैं जो पूर्वी यूपी में चीनी मिलों को बंद कर देते हैं। उन्होंने कहा, "ये वो हैं जिनके शासन काल में पूर्वी यूपी में इंसेफेलाइटिस से 50 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। इन्होंने एक बार भी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाई। क्योंकि मरने वाला बच्चा गरीब, दलित, अल्पसंख्यक समुदाय का था। गरीब की जाति नहीं होती, लेकिन, सपा, बसपा या कांग्रेस समेत किसी अन्य दल ने सहानुभूती नहीं दिखाई।"बतादें कि इससे पहले सीएम योगी ने हाथरस कांड के बहाने भी यूपी में जाति दंगा भड़काने की साजिश का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि दंगा भड़काने के लिए विदेश से फंडिंग भी हुई थी।साजिश में पीएफआई के चार सदस्य गिरफ्तारबतादें कि हाल ही में हाथरस मामले के बहाने दंगा भड़काने की साजिश का खुलासा हुआ था। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। ये चारों लोग पत्रकार बनकर हाथरस के बहाने प्रदेश में दंगा भड़काने की साजिश करने में लगे थे। इस मामले में पत्रकार बने एक पीएफआई एजेंट अतीकुर्रहमान को भी गिरफ्तार किया गया था। आरोपी केरल का बताया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस ने आलम, मसूद अहमद और सिद्दीकी चैरूर को भी गिरफ्तार किया था।