विवाद / प्रियंका गांधी के आरोप के बाद ट्विटर पर छाईं CO अर्चना सिंह, लोग बोले- 'हम आपके साथ हैं'

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के काफिले को लखनऊ में रोके जाने पर अब विवाद खड़ा हो गया है और यह विवाद अब आम जनता तक जा पहुंचा है। इस विवाद का असर अब ट्विटर पर भी देखा जा सकता है। इस विवाद का असर अब ट्विटर पर भी देखा जा सकता है। दरअसल, हाल ही में CAA प्रोटेस्ट मामले में जेल में बंद रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता एसआर दारापुरी से मिलने जा रही थीं, तभी उनके काफिले को उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया।

India : Dec 29, 2019, 02:28 PM
लखनऊ | कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के काफिले को लखनऊ में रोके जाने पर अब विवाद खड़ा हो गया है और यह विवाद अब आम जनता तक जा पहुंचा है। इस विवाद का असर अब ट्विटर पर भी देखा जा सकता है। दरअसल, हाल ही में CAA प्रोटेस्ट मामले में जेल में बंद रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता एसआर दारापुरी से मिलने जा रही थीं, तभी उनके काफिले को उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक दिया। जिसके बाद प्रियंका गांधी अपनी गाड़ी से उतरकर पैदल ही निकल पड़ीं और थोड़ी ही देर में वह स्कूटी पर सवार हो गईं। वहीं इस मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया, जब प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर उत्तर प्रदेश पुलिस पर आरोपों की बरसात शुरू कर दी।

प्रियंका गांधी ने अपने ऑफिसियल फेसबुक वॉल पर लिखा, ‘उप्र पुलिस की ये क्या हरकत है। अब हम लोगों को कहीं भी आने जाने से रोका जा रहा है। मैं रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और अंबेडकरवादी सामाजिक कार्यकर्ता एस आर दारापुरी के घर जा रही थी। उप्र पुलिस ने उन्हें एन आर सी और नागरिकता कानून का शांतिपूर्वक विरोध करने पर घर से उठा लिया है। मुझे बलपूर्वक रोका और महिला अधिकारी ने मेरा गला पकड़ कर खींचा।’

उन्होंने आगे लिखा कि, ‘मगर मेरा निश्चय अटल है। मैं उत्तर प्रदेश में पुलिस दमन का शिकार हुए हरेक नागरिक के साथ खड़ी हूं। मेरा सत्याग्रह है। भाजपा सरकार कायरों वाली हरकत कर रही है। मैं उत्तर प्रदेश की प्रभारी हूं और मैं उत्तर प्रदेश में कहां जाऊंगी ये भाजपा सरकार नहीं तय करेगी।।’

वहीं इस पूरे मामले पर महिला अधिकारी CO अर्चना सिंह (Archana Singh) ने सफाई देते हुए प्रियंका गांधी के आरोपों को सिरे से नकार दिया है। अर्चना सिंह ने कहा कि, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पहले से तय रास्ते से न जाकर दूसरे रास्ते पर पहुंच गईं। उनका भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित था, जिसमें मेरी ड्यूटी फ्लीट प्रभारी के रूप में थी, ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके काफिले को रोकना पड़ा।

सुरक्षा दृष्टि से मैंने उनसे जानना चाहा कि वह कहां जा रही हैं, लेकिन कार्यकर्ताओं ने किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार कर दिया। लेकिन सोशल मीडिया पर मेरे बारे में जो बातें कही जा रही हैं, वह पूरी तरह गलत हैं। मैंने अपने कर्तव्य का पालन किया। वहीं इन सब के बाद अर्चना सिंह अब ट्विटर पर ट्रेंड कर रही हैं। लोग उनके पक्ष में जमकर #IStandWithArchanaSingh ट्वीट कर रहे हैं और उनके प्रति अपना समर्थन जता रहे हैं।