India TV : Sep 16, 2019, 04:05 PM
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन लगभग तय है, इन दो दलों के अलावा गठबंधन में तीसरा दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी होगा। मिली जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी ने गठबंधन में 7 सीटों की मांग की है जिनमें से 4 सीटों पर फैसला हो गया है और बाकी 3 सीटों पर फैसला बाद में होगा।
समाजवादी पार्टी नेता अबू आजमी के मुताबिक गठबंधन में सपा भिवंडी, मानखुर्द-शिवाजीनगर और औरंगाबाद सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, इसके अलावा भायखला विधानसभा सीट पर मैत्रीपूर्ण मुकाबला होगा। बाकी 3 सीटों के बारे में बाद में फैसला किया जाएगा। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी का एक विधायक जीता था।समाजवादी पार्टी ने 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कुल 22 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे और उसका सिर्फ 1 प्रत्याशी जीता था जबकि बाकी 21 विधानसभा सीटों पर उसके प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी का वोट प्रतिशत सिर्फ 0.17 प्रतिशत था और उसे कुल पड़े 5.29 करोड़ वोटों में से सिर्फ 92,304 वोट ही मिले थे। 2014 में NOTA के तहत महाराष्ट्र में 4.84 लाख से ज्यादा वोट पड़े थे, यानि सपा को NOTA से भी बहुत कम वोट मिले थे।समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए भी गठबंधन किया था लेकिन दोनो पार्टियों को गठबंधन के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के सामने बहुत बुरी हार का सामना करना पड़ा था।
समाजवादी पार्टी नेता अबू आजमी के मुताबिक गठबंधन में सपा भिवंडी, मानखुर्द-शिवाजीनगर और औरंगाबाद सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, इसके अलावा भायखला विधानसभा सीट पर मैत्रीपूर्ण मुकाबला होगा। बाकी 3 सीटों के बारे में बाद में फैसला किया जाएगा। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी का एक विधायक जीता था।समाजवादी पार्टी ने 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कुल 22 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे और उसका सिर्फ 1 प्रत्याशी जीता था जबकि बाकी 21 विधानसभा सीटों पर उसके प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी। 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी का वोट प्रतिशत सिर्फ 0.17 प्रतिशत था और उसे कुल पड़े 5.29 करोड़ वोटों में से सिर्फ 92,304 वोट ही मिले थे। 2014 में NOTA के तहत महाराष्ट्र में 4.84 लाख से ज्यादा वोट पड़े थे, यानि सपा को NOTA से भी बहुत कम वोट मिले थे।समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए भी गठबंधन किया था लेकिन दोनो पार्टियों को गठबंधन के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के सामने बहुत बुरी हार का सामना करना पड़ा था।