देश / उड़ानों में व हवाईअड्डों पर भारतीय संगीत बजाने पर करें गौर: एयरलाइन्स व हवाईअड्डों से सरकार

नागर विमानन मंत्रालय ने एयरलाइन्स व हवाईअड्डों से उड़ानों व हवाईअड्डा परिसरों में भारतीय संगीत बजाने पर गौर करने को कहा है। मंत्रालय ने कहा, "भारतीय एयरलाइन्स कभी-कभार ही उड़ानों में भारतीय संगीत बजाती हैं जबकि हमारे संगीत के साथ समृद्ध विरासत व संस्कृति जुड़ी है जो इस पर गर्व करने के लिए कई वजहों में से एक है।"

Indian Music on Planes: भारतीय एयरपोर्ट (Indian Airport) पर फ्लाइटों में जल्द ही बड़ा बदलाव नजर आ सकता है. दरअसल नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) की संयुक्त सचिव ऊषा पाधी (Usha Padhee) ने इंडियन एयर लाइंस को पत्र लिख एयरपोर्ट और उड़ानों के दौरान भारतीय संगीत बजाने की अनुमति का अनुरोध किया है. 

पत्र में कहा गया है कि भारतीय पारंपरिक संगीत विविधताओं से भरा हुआ है. दुनिया भर के एयरलाइंस अपने कल्चर के अनुसार अपने संगीत को भी बढ़ावा देते हैं. ऐसे में भारत का देश में संचालित होने वाली उड़ानों और हवाईअड्डों पर भारतीय संगीत बजाना गर्व की बात होगी. 

23 दिसंबर को की थी बैठक 

दरअसल इंडियन काउंसिल ऑफ कल्चरल रिलेशंस (आईसीसीआर) ने देश के प्रसिद्ध संगीतकारों के साथ बैठक कर इस मामले में सुझाव मांगा था जिसके बाद 23 दिसंबर को ICCR ने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भारतीय एयरलाइंस में पारंपरिक संगीत को बढ़ावा देने का आग्रह किया था.

संगीतकारों ने किया था हस्ताक्षर

वहीं ICCR द्वारा 23 दिसंबर को हुई बैठक में संगीतकार अनु मलिक, मालिनी अवस्थी, कौशल एस इनामदार, शौनक अभिषेकी, मंजुषा पाटिल के, संजीव अभ्यंकर, रीता गांगुली और वसीफुद्दीन डागर समेत कई कलाकार मौजूद रहे. इन सभी ने मंत्रालय को दिए गए पत्र पर हस्ताक्षर भी किए. ICCR ने जो मंत्रालय को दिए पत्र में भारतीय संगीत के ना बजाए जाने पर दुख जताते हुए अनुरोध किया था कि उन्हें ये अनुमति दी जाए.