कोरोना अलर्ट / अप्रैल के आखिर तक काबू में आ जाएगा कोरोना, चीन के एक्सपर्ट डॉक्टर का दावा

चीन में कोरोना वायरस के एक टॉप के एक्सपर्ट ने दावा किया है कि इस महीने के आखिर तक कोरोना का संक्रमण काबू में आ जाएगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि ये पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि अगले वसंत ऋतु में ये महामारी दोबारा लौटकर नहीं आएगी डॉक्टर झोंग नैनशन उन टॉप के संक्रमण रोग विशेषज्ञों की टीम में शामिल हैं, जो चीन की सरकार को कोरोना से निपटने में मदद कर रही है।

News18 : Apr 03, 2020, 01:23 PM
बीजिंग: चीन (China) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के एक टॉप के एक्सपर्ट ने दावा किया है कि इस महीने के आखिर तक कोरोना का संक्रमण काबू में आ जाएगा। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि ये पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि अगले वसंत ऋतु में ये महामारी दोबारा लौटकर नहीं आएगी।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक संक्रमण रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर झोंग नैनशन ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए दुनिया के सारे देश असरकारी तरीके अपना रहे हैं। कई देश आक्रमक तरीके से संक्रमण से लड़ रहे हैं। डॉक्टर झोंग नैनशन ने कहा है कि उनका अनुमान है कि अप्रैल के आखिर तक वायरस का संक्रमण काबू में आ जाएगा।

डॉक्टर झोंग नैनशन उन टॉप के संक्रमण रोग विशेषज्ञों की टीम में शामिल हैं, जो चीन की सरकार को कोरोना से निपटने में मदद कर रही है। बुधावार को एक टेलीविजन इंटरव्यू के दौरान डॉक्टर झोंग ने ये जानकारी दी।

ज्यादा तापमान में एक्टिव नहीं रह पाएगा कोरोना का वायरस

डॉक्टर झोंग ने कहा है कि अप्रैल के बाद कोई ये दावे के साथ नहीं कह सकता कि महामारी वापस लौटकर नहीं आएगी। गर्मियों के दौरान वायरस का संक्रमण खत्म होने के बाद अगली वसंत ऋतु में इसका संक्रमण फिर लौट सकता है। उनका कहना है कि ज्यादा तापमान में कोरोना का वायरस एक्टिव नहीं रह जाएगा। हालांकि झोंग ने ये नहीं बताया है कि आखिर वो इस निष्कर्ष पर कैसे पहुंचे हैं। लेकिन बाकी के एक्सपर्ट ने भी इस तरह की राय जाहिर की है। इन एक्सपर्ट्स ने अमेरिका और यूरोप का वायरस के संक्रमण की वजह से हुआ हाल देखा है। लेकिन इसके बावजूद ये कह रहे हैं कि अप्रैल के आखिर तक कोरोना का संक्रमण काबू में आ जाएगा।

इसके पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन में हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के डायरेक्टर माइक रेयान ने भी कहा था कि यूरोप में इस हफ्ते संक्रमण के संकेत देखने के बाद लग रहा है कि हालात स्थिर हो रहे हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने में लॉक डाउन असरकारी साबित हुआ है।

20 अप्रैल तक अमेरिकी अस्पतालों में मरीजों की होगी भरमार

अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मीट्रिक्स एंड इवैलुएशन की तरफ से कहा गया है कि अप्रैल 20 तक अमेरिकी अस्पतालों में मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा होगी। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के ताजा आंकड़े के मुताबिक पूरी दुनिया में कोरोना के संक्रमण के 10 लाख मामले सामने आ चुके हैं। इसमें अकेले अमेरिका के 2 लाख 15 हजार मामले शामिल हैं।

द यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल की तरफ से कहा गया है कि यूरोपियन यूनियन और ब्रिटेन में कोरोना वायरस के संक्रमण के 4 लाख 21 हजार मामले सामने आ चुके हैं। इटली और स्पेन के संक्रमण के मामलों को मिला दिया जाए तो ये कुल संक्रमण का आधा तक हो जाता है।

चीन के कोरोना एक्सपर्ट डॉक्टर झोंग का कहना है कि इस महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर की सरकारों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा है कि अमेरिका ने संक्रमण से निपटने के लिए आक्रमक रुख अख्तियार किया है। बचाव के असरकारी उपाय किए जा रहे हैं। इसमें सबसे अच्छा उपाय है लोगों का अपने घरों में रहना। लंदन के इंपीरियल कॉलेज में हुई एक स्टडी में बताया गया है कि 11 यूरोपिय देशों में अपनाए गए सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिली है। इससे करीब 59 हजार मौतें बचाई जा सकीं हैं।