Corona crisis / कोरोना पॉजिटिव प्रेग्नेंट महिला की डिलीवरी कराने से अस्पतालों का इंकार, फिर...

त्रिपुरा में एक 25 साल की कोरोना पॉजिटिव महिला ने एम्बुलेंस में बच्चे को जन्म दिया। अधिकारियों ने बताया कि महिला को कैलाशहर के उनाकोटी जिला अस्पताल से अगरतला स्थित जीबी पंत अस्पताल फर किया गया था। दोनों अस्पतालों के बीच की दूरी 130 किलोमीटर है। जीबी पंत अस्पताल लाए जाने के दौरान ही महिला के प्रसव पीड़ा हुई और उसने रास्ते में एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया।

NDTV : Jul 31, 2020, 08:46 AM
अगरतला: त्रिपुरा (Tripura) में एक 25 साल की कोरोना (Coronavirus) पॉजिटिव महिला ने एम्बुलेंस में बच्चे को जन्म दिया। अधिकारियों ने बताया कि महिला को कैलाशहर के उनाकोटी जिला अस्पताल से अगरतला स्थित जीबी पंत अस्पताल (राज्य का मुख्य कोविड-19 अस्पताल) रेफर किया गया था। दोनों अस्पतालों के बीच की दूरी 130 किलोमीटर है। जीबी पंत अस्पताल लाए जाने के दौरान ही महिला के प्रसव पीड़ा हुई और उसने रास्ते में एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया।

महिला और उसका बच्चा सुरक्षित है। दोनों जीबी पंत अस्पताल में हैं। मिली जानकारी के अनुसार, गर्भवती महिला को 36 घंटों में तीन अस्पताल लेकर जाया गया लेकिन सभी ने इलाज से इंकार कर दिया। महिला को मंगलवार को डिलीवरी के लिए सबसे पहले उनाकोटी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रैपिड एंटीजन टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे कोरोना केयर अस्पताल रेफर कर दिया गया। एम्बुलेंस से ले जाते हुए महिला को दर्द शुरू हो गया। उस समय सबसे पास कुमारघाट जिला अस्पताल था।

वहां ले जाने पर महिला को दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा। अस्पताल के डॉक्टरों ने भी महिला की डिलीवरी कराने से इंकार करते हुए उसे जीबी पंत अस्पताल ले जाने के लिए कहा। अगरतला के कोविड केयर अस्पताल से करीब 50 किलोमीटर पहले महिला ने एम्बुलेंस में ही बच्चे को जन्म दे दिया। जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। रेजीडेंट मेडिकल ऑफिसर बिधान गोस्वामी ने इस बारे में कहा कि कोविड-19 वॉर्ड में दोनों को साथ रखा गया है। कैलाशहर के अस्पताल के इंकार करने पर राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सुभाशीष देबबरमा ने जांच कर दो दिन में रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए हैं।

उन्होंने कहा, 'कैलाशहर जिला अस्पताल द्वारा महिला के इलाज से इंकार करने पर जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच टीम को दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।' वहीं जिला अस्पताल के मेडिकल सुपरीटेंडेंट समरेंद्र देबबरमा ने इस बारे में कहा, 'महिला को जीबी पंत अस्पताल रेफर करने से पहले वरिष्ठ अधिकारियों से विचार-विमर्श किया गया था। हमारे पास यहां एक लेबर रूम है और एक ऑपरेशन थिएटर है। अस्पताल में COVID-19 वॉर्ड भी है लेकिन दिशा-निर्देशों के अनुसार हम कोरोना के किसी भी गंभीर रोगी को इलाज के लिए अगरतला रेफर करते हैं।'