Coronavirus New Variant / ब्रिटेन में कोरोना के नए वैरिएंट एरीस का खतरा- हर 7 मरीजों में एक वैरिएंट से संक्रमित

ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है। यहां कोरोना के नए वैरिएंट एरीस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को चिंता में डाल दिया है। स्वास्थ अधिकारियों के मुताबिक, एरीस वैरिएंट का साइंटिफिक नाम EG.5.1 है और ये ओमिक्रॉन से पैदा हुआ है। इसे ब्रिटेन में जून में पहली बार डिटेक्ट किया गया था। तब से हर दिन इसके नए मामले सामने आ रहे हैं। 31 जुलाई को इसे एक नए वैरिएंट के रूप में क्लासिफाई किया गया।

Vikrant Shekhawat : Aug 06, 2023, 12:02 AM
Coronavirus New Variant: ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है। यहां कोरोना के नए वैरिएंट एरीस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को चिंता में डाल दिया है। स्वास्थ अधिकारियों के मुताबिक, एरीस वैरिएंट का साइंटिफिक नाम EG.5.1 है और ये ओमिक्रॉन से पैदा हुआ है। इसे ब्रिटेन में जून में पहली बार डिटेक्ट किया गया था। तब से हर दिन इसके नए मामले सामने आ रहे हैं। 31 जुलाई को इसे एक नए वैरिएंट के रूप में क्लासिफाई किया गया।

UK हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) ने बताया कि EG.5.1 हर सात नए कोविड केस में एक का कारण बन रहा है। एशिया में बढ़ते मामलों के कारण ब्रिटेन में इसके मामले बढ़े हैं। हालांकि UKHSA ने ये नहीं बताया कि एशिया के कितने देशों में नए वैरिएंट एरीस के मामले सामने आए हैं।

वैक्सीन की वजह से लोग सुरक्षित, लेकिन अलर्ट रहें : WHO चीफ वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने EG.5.1 वैरिएंट पर दो हफ्ते पहले ही नजर रखनी शुरू कर दी थी। WHO चीफ टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने कहा- लोग वैक्सीन की वजह से काफी सुरक्षित हैं, लेकिन किसी भी देश को कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई और सतर्कता में कमी नहीं लानी चाहिए।

बुजुर्गों को नए वैरिएंट से ज्यादा खतरा

UKHSA के रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के जरिए रिपोर्ट किए गए 4,396 सैंपल में से 5.4 प्रतिशत कोरोना से संक्रमित पाए गए। जबकि पिछली बार रिपोर्ट किए गए 4,403 सैंपल में से 3.7 प्रतिशत ही कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।

वहीं, हॉस्पिटल एडमिशन रेट भी बढ़ा है। ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि एक लाख की आबादी पर 1.97% कोविड मरीज अस्पताल में भर्ती हुए थे। पिछली UKHSA रिपोर्ट में यह दर 1.17% थी।

UKHSA की डॉ. मैरी रामसे ने कहा- हमें इस हफ्ते कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखने को मिली है। ज्यादातर संक्रमित लोग बुजुर्ग हैं। हम सभी चीजों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।

ये काफी खतरनाक, जीनोम की संख्या बढ़ रही

UKHSA ने कहा कि EG.5.1 वैरिएंट से हमें कितना खतरा हो सकता है, इसका संकेत हमें तीन जुलाई 2023 को होराइजन स्कैनिंग के दौरान ही मिल गया था। तब से ही हमने इस पर नजर रखना शुरू कर दिया था।

3 जुलाई को इसे मॉनिटरिंग सिग्नल के तौर पर देखा गया, लेकिन ब्रिटेन में जीनोम की बढ़ती संख्या और सभी देशों में इसकी बढ़ती रफ्तार की वजह से इसे 31 जुलाई 2023 को वैरिएंट V-23JUL-01 के रूप में क्लासिफाई किया गया। हालांकि अभी इसके लक्षण के बारे में नहीं बताया गया है।