COVID-19 / फतेहपुर में कारोबारियों को झटका, अब सिर्फ 4 दिन खुलेगा बाजार

फतेहपुर वैश्विक महामारी कोरोना के चलते उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ हुई व्यापारियों की अहम बैठक हुई बैठक में फतेहपुर जिले में सप्ताह में केवल चार दिन दुकाने खोलने का फैसला किया गया है जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा घोषित शनिवार और रविवार के लॉकडाउन के अलावा सप्ताह में होने वाली एक दिन की साप्ताहिक बंदी भी पहले की तरह से पूर्वत जारी रहेगी

Vikrant Shekhawat : Jul 17, 2020, 10:04 PM

फतेहपुर. वैश्विक महामारी कोरोना (Corona Epidemic) के चलते उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ हुई व्यापारियों की अहम बैठक हुई. बैठक में फतेहपुर जिले में सप्ताह में केवल चार दिन दुकाने खोलने का फैसला किया गया है जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा घोषित शनिवार और रविवार के लॉकडाउन (Lockdown) के अलावा सप्ताह में होने वाली एक दिन की साप्ताहिक बंदी भी पहले की तरह से पूर्वत जारी रहेगी. कलेक्ट्रेट के गांधी सभागार में जिला प्रशासन एवं व्यापारियों के साथ हुई बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि सप्ताह में चार दिन जब दुकाने खोली जाएंगी उसमें सोमवार और बुधवार को सड़क के बाएं हाथ की दिशा में उत्तर और पूर्व की तरफ की दुकानें खुलेंगी.


वहीं, मंगल और शुक्रवार को सड़क की दाई तरफ दक्षिण और पश्चिम की सभी दुकानें खोली जा सकेंगी. इस बैठक में दुकानों के खुलने का समय भी निर्धारित किया गया है जिसके तहत यह दुकानें सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक दुकानें खोली जा सकेंगीं. इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा का कहना है कि व्यापारियों के सहयोग से जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने की योजना बनाई गई है. इसके तहत सप्ताह में चार दिन दुकानें खोली जाएंगी. इस दौरान दुकानों में भीड़ न लगाने पाए इसके लिए भी व्यापारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.


सोशल डिस्टेंसिंग का करना होगा पालन

वहीं, अधिकारियों के साथ बैठक में दुकानों के खुलने का जो प्रारूप बनाया गया है उसके तहत दुकानदार सप्ताह में केवल दो दिन दुकाने खोल पाएंगे. इसके चलते तमाम व्यापारियों में निराशा का माहौल है. व्यापार मंडल मिश्रा गुट के जिला अध्यक्ष एवं नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन अजय अवस्थी ने इस मामले को लेकर कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना आवश्यक है, लेकिन इस बीच जिला प्रशासन को व्यापारियों के हितों का भी ध्यान देना चाहिए. सप्ताह में केवल दो दिन दुकानें खुलने से तमाम छोटे दुकानदारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा.