Vikrant Shekhawat : May 25, 2021, 12:58 PM
नई दिल्ली: भीषण चक्रवात यास के अगले 12 घंटों में बहुत गंभीर चक्रवात में बदल जाने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवात अभी ओडिसा में पारादीप से 390 और बालेश्वर से 490 किलोमीटर दूर केंद्रित है। इस समय यह दस किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार के आगे बढ रहा है और कल दोपहर तक उत्तर ओडिसा और पश्चिम बंगाल के तट को पार कर ओडिसा में बालेश्वर के पास पहुंच सकता है।हमारे संवाददाता ने बताया है कि ओडिसा सरकार ने चक्रवात के प्रभाव से निपटने के लिए सभी एहतियाती उपाय कर लिए हैं।मौसम विभाग ने बताया कि जमीन से टकराते समय यह तूफान अत्यधिक भीषण रूप ले सकता है। इसके प्रभाव से मूसलाधार बारिश होने की आशंका है। समुद्र में तीन से चार मीटर ऊंची लहर उठने और 185 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार तक आंधी चल सकती है।गृहमंत्री अमित शाह ने चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कल एक बैठक की। ओडिसा, आन्ध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री तथा अंडमान निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल बैठक में शामिल हुए। गृह मंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों को राज्यों के साथ हर संभव सहयोग करने के आदेश दिये, जिससे उच्च जोखिम वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री मनसुख मांडविया ने भी चक्रवात से निपटने की तैयारियों के बारे में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। रेल मंत्रालय ने बताया कि तूफान से अत्यधिक प्रभावित होने की आशंका वाले क्षेत्रों में आज से यात्री रेलगाडियां रद्द रहेंगी।भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कल वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पश्चिम बंगाल, ओडिसा, सिक्किम, अंडमान और निकोबार के राज्य पार्टी पदाधिकारियों, सांसदों और विधायकों से बातचीत की। उन्होंने चक्रवात के मद्देनजर राहत और बचाव के लिए पार्टी द्वारा बनाई गईं योजनाओं पर चर्चा की।सेना ने भी तूफान से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल- एनडीआरएफ के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने आकाशवाणी को बताया है कि उन्होंने राज्यों के साथ मिलकर इससे निपटने की तैयारी की है और सभी जगह पर्याप्त संख्या में टीमें तैनात कर दी गई हैं।अंडमान निकोबार द्वीप समूह प्रशासन ने भी तूफान से निपटने के व्यापक प्रबंध किए हैं।