Vikrant Shekhawat : Jun 07, 2021, 09:43 AM
मुंबई: हाल ही में योग गुरू बाबा रामदेव के एक बयान के बाद आयर्वेद और ऐलोपैथी के बीच छिड़ा विवाद अभी थमा भी नहीं था कि कोरोना से बचाव को लेकर उत्तर प्रदेश के मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी चर्चा में आ गई हैं। दरअसल हेमा ने दावा किया है कि घर में रोज हवन करने से लोग कोरोना वायरस और अन्य बीमारियों से बच सकते हैं। हेमा के इस बयान से सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है।हेमा ने सोफे पर बैठकर किया हवनपर्यावरण दिवस के मौके पर हेमा का एक वीडियो सामने आया जिसमें वह सोफे पर बैठकर हवन करती नजर आ रही हैं। वीडियो को लेकर सांसद हेमा मालिनी का कहना है, “जब से कोरोना आया तब से मैं इसे रोज करती हूं, रोज़ हवन करने से वातावरण भी शुद्ध होता है।” ये वीडियो सामने आया ही था कि ट्विटर यूजर्स ने हेमा मालिनी पर तंज कसने शुरू कर दिए। इस वीडियों को न्यूज 24 ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।'जब तक कोरोना है हर दिन हवन करें'हेमा मालिनी ने कहा कि, ‘प्राचीन काल से ही भारत में हवन करने की प्रथा को लाभदायक एवं नकारात्मक शक्तियों को शुद्ध करने का सही उपाय माना गया हैं। आज पूरा विश्व महामारी और पर्यावरण के संकट को झेल रहा हैं, ऐसे में केवल पर्यावरण दिवस पर ही नहीं, बल्कि जब तक इस महामारी का अंत न हो जाए तब तक हर दिन हवन करें।’लोगों ने किए तीखे तंजहेमा के वीडियो पर लोगों ने तीखे तंज करना शुरू कर दिए। किसी ने लिखा 'हवन करना अच्छी बात है, लेकिन इतनी खतरनाक बीमारी मे हमें अन्धविश्वास में नहीं पड़ना चाहिये। क्योंकि अगर लोग हवन करने से बच सकते तो जो हजारों साधु-सन्त कोरोना में अपनी जानें गवाई हैं, वो नही मरते। अगर हवन से बचा जा सकता तो कोरोना होने पर राष्ट्रपति एम्स की शरण में नही जाते'। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा 'इन्हें मथुरा की जनता ने सेवा नहीं, हवन करने के लिए सांसद बनाया था। महीने का 5 लाख खर्चा मिलता है इनको हवन करने का। कैसे-कैसे मथुरा वालों ने चुन रखे हैं। बताइए, है जनता ही बेवकूफ या नहीं?'सोफे पर बैठकर हवन?एक ट्विटर यूजर ने हेमा के सोफे पर बैठकर हवन करने पर नाराजगी जताई। उसने लिखा 'सोफे पर बैठकर हवन। ये लोग हिंदुत्व के ठेकेदार बनकर जनता के वोट ले लेते हैं। मगर फिर बाद में उसी हिंदुत्व का मजाक भी बना देते हैं। खासकर बॉलीवुड के अधिकांश सेलेब्रेटी। सोफे पर बैठकर हवन कहीं से भी जायज नहीं है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ।'