दिल्ली / फर्ज़ी कोविड-19 रिपोर्ट पेश करने पर दिल्ली बार परिषद ने 11 वकीलों के लाइसेंस किए निरस्त

दिल्ली बार काउंसिल (बीसीडी) ने आर्थिक मदद पाने के लिए कोविड-19 की फर्ज़ी रिपोर्ट पेश करने वाले 11 वकीलों के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। दरअसल कोविड-19 से प्रभावित हुए वकीलों के कल्याण के लिए करीब ₹19 करोड़ आर्थिक मदद के रूप में बांटे गए थे। फंड के लिए आवेदन करने वालों की रिपोर्ट्स की जांच में मामला सामने आया।

Vikrant Shekhawat : Jul 15, 2021, 06:23 PM
नई दिल्ली: दिल्ली बार काउंसिल (Bar Council of Delhi) ने वकील द्वारा वित्तीय सहायता पाने के लिए कथित तौर कोरोना की फर्ज़ी रिपोर्ट (fake Covid Report)बनाने के आरोप में वकील का अस्थाई रुप से लाइसेंस सस्पेंड (Licence Suspended) कर दिया है. शो कॉज नोटिस जारी करते हुए आरोपी वकील को नोटिस मिलने के 7 दिन के अंदर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है. काउंसिल ने साथ ही 19 जुलाई को शाम 4 बजे अनुशासनात्मक कमेटी के सामने पेश होने के लिए कहा है.

दिल्ली बार काउंसिल के अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष अनुशासनिक समिति के गठन का आदेश दिया. कमेटी मे बार के सदस्य मुरारी तिवारी, संजय राठी और बार के सचिव पीयूष गुप्ता शामिल हैं. डिसिप्लिनेरी कमेटी की जांच पूरी होने तक आरोपी वकील के वकालत करने पर रोक जारी रहेगी. BCD ने ऐसे लाभार्थी वकीलों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की जिन्होंने कोरोना काल के दौरान पीड़ित व

कैसे पकड़ा गया मामला?

दिल्ली बार काउंसिल द्वारा शुक्रवार को आरोपी वकील सोनू यादव (Advocate Sonu Yadav) को जारी नोटिस में कहा गया है कि आपने जिस लैब की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट जमा की थी उस लैब ने रिपोर्ट की पृष्ठि न करते हुए कहा कि उन्होंने इस नाम ( सोनू यादव) से कभी कोई कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट जारी नहीं की है. मामला सामने आने के बाद दिल्ली बार काउंसिल ने संदिग्ध मामलों की जांच का फैसला लिया है और विशेष कमेटी द्वारा की जा रही है, दोषी पाए जाने पर दिल्ली बार काउंसिल और वकीलों पर भी कार्रवाई करेगी.