देश / केंद्र ने 13 राज्यों/यूटी को लिखा पत्र, कोविड-19 की जांच दर में कमी पर जताई चिंता

स्वास्थ्य मंत्रालय ने 13 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कुछ ज़िलों में कोविड-19 की साप्ताहिक जांच दर में कमी को लेकर चिंता जताई है। इनमें नागालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल व लद्दाख शामिल हैं। पत्र के अनुसार, "जांच में कमी से समुदाय में फैली...वास्तविक संक्रमण दर नहीं पता चल सकेगी।"

Vikrant Shekhawat : Nov 25, 2021, 08:12 AM
नई दिल्ली: विदेश के कई देशों में कोरोना वायरस के नए केस में उछाल के बाद भारत भी सतर्क हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल, केरल, महाराष्ट्र और पंजाब सहित 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर साप्ताहिक परीक्षण दरों में गिरावट और कुछ जिलों में पॉजिटिविटी दर में बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त की है।

नगालैंड, सिक्किम, महाराष्ट्र, केरल, गोवा, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और लद्दाख को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शादियों के मौसम, त्योहारों और छुट्टियों के कारण हाल में यात्रा में वृद्धि को देखते हुए उच्च जांच दर को बनाए रखने पर जोर दिया। भूषण ने पत्र में कहा कि जांच में कमी आने से समुदाय में फैली वास्तविक संक्रमण दर का पता नहीं चलेगा।

गंभीर लक्षणों की बारीकी से की जाए निगरानी

पत्र में आगे कहा गया है कि कुछ राज्यों में सर्दियों की शुरुआत और बढ़ते प्रदूषण के साथ लोगों में सांस संबंधी गंभीर लक्षणों की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए। संक्रमण के बड़े क्षेत्र की पहचान के लिए समय रहते कदम उठाने चाहिए। पर्याप्त जांच नहीं होने से किसी क्षेत्र में फैले संक्रमण के वास्तविक स्तर का पता करना बहुत मुश्किल है।

अब तक मिले लाभ को बनाने रखना है

पत्र में कहा गया है, 'कई देशों में हाल के दिनों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है और कुछ विकसित देशों में कोविड के टीकाकरण के हाई लेवल के बावजूद चौथी और पांचवीं लहर का सामना करना पड़ रहा है। इस बीमारी की अप्रत्याशित और संक्रामक प्रकृति को देखते हुए निरंतर सतर्कता की आवश्यकता है।' केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा, 'इसलिए, अब तक हासिल लाभ को बनाए रखने और देश भर में कोविड-19 परिदृश्य को बिगड़ने से रोकने के लिए सभी प्रयासों को लागू किया जाना चाहिए।'