AajTak : Jul 25, 2020, 07:39 AM
Corona crisis: देश में कोरोना वायरस का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना संकट के बीच अब देश में त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। अब अगस्त के पहले हफ्ते में ही राखी का त्योहार है। हालांकि अब दिल्ली में लोगों को बिल्कुल कॉन्टैक्टलेस राखियां मिलने वाली हैं।आने वाले 3 अगस्त को राखी का त्योहार है। इसको लेकर मेल और बिजनेस डेवलपमेंट पोस्ट के डायरेक्टर आर.डी। चौधरी ने बताया कि भाइयों को बहनों का प्यार राखियां के जरिए मिलें, इसके लिए पोस्ट ऑफिस खुले रहेंगे। छुट्टी नहीं होगी। बाहर से दिल्ली के लोगों के लिए जो राखियां आ रही है, वह बिल्कुल कॉन्टैक्टलेस हैं।चौधरी ने बताया कि पूरी दिल्ली के कुल 96 पिन कोड को मिलने वाली राखियां बिल्कुल कॉन्टैक्टलेस होंगी। इतना ही नहीं, फ्लाइट से उतरने से लेकर लोगों के घरों तक पहुचनें तक सावधानी बरत रहे हैं। एमएमएस मशीन (Mixed mail sorting machine) से गुजरने के बाद सभी राखी मेल ऑटोमेटिक तरीके से अलग-अलग थैले में खुद ही चली जाती हैं। पिन कोड वाइज मशीन से अलग-अलग थैले में राखी चली जाती है। जिसके बाद अलग-अलग एड्रेस पर पोस्टमैन उसे ले जाने का काम करते है।वहीं सीनियर सुपरिंटेंडेंट गौरव सैनी ने बताया कि भाई-बहन के प्यार पर कोरोना वायरस का साया तो है लेकिन लोग डरे नहीं है। कमाल की बात है कि देश-विदेश से दिल्ली के बाहर से राखियां आने में करीब 2 फीसदी का इजाफा हुआ है। एमएमएस मशीन एक घंटे में 10 हजार लिफाफे को अलग करती है। ये मशीन जर्मनी की है।वहीं एनसीआर के शहर गाजियाबाद में पिछले साल के मुकाबले इस साल राखी मेल की संख्या में 50 फीसदी की कमी आई है। वसुंधरा सेक्टर-17 में असिस्टेंट पोस्ट मास्टर बी।एन मिश्र ने बताया कि कोरोना वायरस का असर ही है कि राखी मेल की संख्या घट गई है।पोस्ट ऑफिस में राखी मेल करनी आई दो सगी बहनों ने कहा कि घर से निकलने में डर तो लगता है लेकिन जैसे भाई हर बुरे वक्त से हमारी सुरक्षा का वचन देता है। उसी तरह से हम भी कोरोना वायरस के इस काल में किसी भी कीमत पर भाई को राखी भेजेंगे।