Vikrant Shekhawat : Jun 27, 2021, 04:43 PM
जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के आर्थिक हब गाउतेंग प्रांत में रोजाना बढ़ रहे कोरोना वायरस मामलों (Coronavirus Cases) के लिए डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) जिम्मेदार हो सकता है। एक प्रमुख विशेषज्ञ ने यह आशंका जताई है। वायरस का यह डेल्टा वेरिएंट भारत (India) समेत कम से कम 85 देशों में मिल चुका है।
बीटा वेरिएंट से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक विट्स विश्वविद्यालय में टीका एवं संक्रामक रोग विश्लेषणात्मक अनुसंधान ईकाई के निदेशक शबीर माधी ने समाचार चैनल 'ईएनसीए' से कहा कि राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (NICD) इस संबंध में अगले हफ्ते आधिकारिक आंकड़े जारी करेगा, लेकिन ऐसी आशंका है कि यह संक्रमण डेल्टा वेरिएंट के कारण बढ़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि डेल्टा वेरिएंट, बीटा वेरिएंट से 60 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक है। बता दें कि बीटा वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ही पाया गया था।माधी की ये टिप्पणियां तब आयी हैं जब गाउतेंग के अस्पतालों में मरीजों के बेड कम पड़े गए हैं और कोरोना से मारे गए मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए शवदाहगृह भी कम पड़ रहे हैं। इसका खासतौर पर ज्यादा असर भारतीय समुदाय पर पड़ा है। माधी ने शनिवार को कहा, 'पहली दो लहरों में संक्रमित हो चुके लोगों के फिर से संक्रमित होने का खतरा अभी है, लेकिन वे गंभीर रूप से बीमार होने से बच जाएंगे।'एक दिन में 215 लोगों की मौतNICD ने शुक्रवार को कहा कि देशभर में कोविड-19 (Covid-19) के 18,762 नए मामले आए और 215 लोगों की मौत हुई। इसमें से 63 प्रतिशत मामले गाउतेंग प्रांत में सामने आए। माधी ने कहा कि तीसरी लहर पहले की लहरों के मुकाबले अधिक संक्रामक है और इसमें ज्यादा लोगों की मौत हुई हैं। उन्होंने कहा, 'सभी चीजें इस ओर इशारा कर रही हैं कि हम संभवत: नए वेरिएंट्स खासतौर से डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण से जूझ रहे हैं। इसकी संक्रामक दर पूरी तरह अप्रत्याशित है और सबसे खराब बात यह है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या अभी भी चरम पर नहीं पहुंची है। इस लहर का पीक अगले 2 से 3 हफ्तों में आएगा। ऐसे में हालात और खराब हो सकते हैं।'
सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग माधी ने संक्रमण को कम करने के लिए लोगों के बड़ी संख्या में इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। गाउतेंग में शिक्षकों और छात्रों के तेजी से कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है। सरकार ने बुधवार से शिक्षकों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में अभी तक कोरोना वायरस के 19 लाख से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। वहीं 59,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।
बीटा वेरिएंट से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक विट्स विश्वविद्यालय में टीका एवं संक्रामक रोग विश्लेषणात्मक अनुसंधान ईकाई के निदेशक शबीर माधी ने समाचार चैनल 'ईएनसीए' से कहा कि राष्ट्रीय संचारी रोग संस्थान (NICD) इस संबंध में अगले हफ्ते आधिकारिक आंकड़े जारी करेगा, लेकिन ऐसी आशंका है कि यह संक्रमण डेल्टा वेरिएंट के कारण बढ़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि डेल्टा वेरिएंट, बीटा वेरिएंट से 60 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक है। बता दें कि बीटा वेरिएंट सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में ही पाया गया था।माधी की ये टिप्पणियां तब आयी हैं जब गाउतेंग के अस्पतालों में मरीजों के बेड कम पड़े गए हैं और कोरोना से मारे गए मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए शवदाहगृह भी कम पड़ रहे हैं। इसका खासतौर पर ज्यादा असर भारतीय समुदाय पर पड़ा है। माधी ने शनिवार को कहा, 'पहली दो लहरों में संक्रमित हो चुके लोगों के फिर से संक्रमित होने का खतरा अभी है, लेकिन वे गंभीर रूप से बीमार होने से बच जाएंगे।'एक दिन में 215 लोगों की मौतNICD ने शुक्रवार को कहा कि देशभर में कोविड-19 (Covid-19) के 18,762 नए मामले आए और 215 लोगों की मौत हुई। इसमें से 63 प्रतिशत मामले गाउतेंग प्रांत में सामने आए। माधी ने कहा कि तीसरी लहर पहले की लहरों के मुकाबले अधिक संक्रामक है और इसमें ज्यादा लोगों की मौत हुई हैं। उन्होंने कहा, 'सभी चीजें इस ओर इशारा कर रही हैं कि हम संभवत: नए वेरिएंट्स खासतौर से डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण से जूझ रहे हैं। इसकी संक्रामक दर पूरी तरह अप्रत्याशित है और सबसे खराब बात यह है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या अभी भी चरम पर नहीं पहुंची है। इस लहर का पीक अगले 2 से 3 हफ्तों में आएगा। ऐसे में हालात और खराब हो सकते हैं।'
सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग माधी ने संक्रमण को कम करने के लिए लोगों के बड़ी संख्या में इकट्ठे होने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। गाउतेंग में शिक्षकों और छात्रों के तेजी से कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण कई स्कूलों को बंद कर दिया गया है। सरकार ने बुधवार से शिक्षकों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में अभी तक कोरोना वायरस के 19 लाख से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। वहीं 59,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।