Vikrant Shekhawat : Sep 01, 2023, 10:54 PM
Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर व कथा वाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार को मैहर माता शारदा के दर्शन करने पहुंचे तो यहां मौजूद श्रद्धालुओ में जमकर उत्साह दिखा। शास्त्री की एक झलक पाने और उनके साथ फोटो लेने के लिए मानो भक्तों में होड़ सी मच गई। भीड़ इतनी थी कि सुरक्षा कर्मियों को व्यवस्था बनाने में पसीना आ गया। हर कोई इस पल को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद करना चाह रहा था। धीरेन्द्र शास्त्री ने बाकायदा मां शारदा की आरती की और फिर वापस सतना पहुंच गए, जहां से विशेष विमान से वो दिल्ली रवाना हुए। उनके साथ केजेएस सीमेंट के एमडी उधोगपति पवन अहलूवालिया भी मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन का भी समर्थन किया और कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र जरूर बनेगा।"संघ के कहने पर हिन्दू राष्ट्र बनने ही वाला है"
सतना एरोड्रम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ये भारत का सौभाग्य है कि देश का सबसे बड़ा संघ अब हिन्दू राष्ट्र की बात कर रहा है और संघ के कहने पर भारत हिन्दू राष्ट्र समझो बनने ही वाला है। अब संघ ने हिन्दू राष्ट्र का दिव्य संकल्प लिया है और आगे बढ़ रहा है। सभी भारत के हिंदुओं का सौभाग्य है कि अब भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा। इस दौरान उन्होंने इलेक्शन पर कहा कि राजनीति पर मेरा अनुभव शून्य है, लेकिन कम खर्च पर चुनाव हों तो इससे बेहतर कुछ नहीं और बहुत कम व्यय में चुनाव हों तो उस राशि को गरीबो में लगाया जाए। पिछड़े क्षेत्रो में खर्च हो अच्छे अस्पताल बनें।गर्भ गृह में बैठकर की माई की आरतीशुक्रवार की सुबह 11 बजे बागेश्वर पीठाधीस्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मैहर पहुंचे और रोपवे से मां शारदा के दर्शन के लिए ऊंची पहाड़ी त्रिकुट पर्वत पहुंचे। यहां उनके साथ मैहर देवी धाम के पुजारी स्वयं अगवानी के लिए मौजूद थे और रोपवे में उनके साथ ही आये। मंदिर के अंदर दाखिल होने के बाद पंडित शास्त्री को गर्भ गृह में बिठाया गया और उनको आरती सजा कर दी गई। पंडित शास्त्री ने माई की आरती कर पूजा अर्चना की। बता दें कि आमतौर पर किसी को भी गर्भ गृह में प्रवेश नहीं दिया जाता है। पहले से मौजूद थी भारी भीड़दरअसल, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के मैहर आने का प्रोग्राम पहले से ही तय हो गया था और सोशल मीडिया से उनके कार्यक्रम के बारे में सबको पता चल गया था। लिहाज मैहर में लोकल पब्लिक पहले से मंदिर परिसर और ऊपर एकत्र हो गई थी कि उनकी एक झलक पाई जा सके। पहले तो बेकाबू भीड़ दर्शन के लिए जाने में ही रोड़ा बन रही थी, उसके बाद जब बागेश्वर बाबा वापस दर्शन करके आये तो भी पब्लिक उनके सामने आ गई। हालांकि सुरक्षा कर्मी तैनात थे पर सेल्फी लेने और पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दीदार करने वालो की भीड़ के सामने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम फेल होते नजर आए। हालांकि बाद में मैहर मंदिर के पुजारी पंडित पुनीत ने मोर्चा संभाला और दोबारा रोपवे में बिठाया और फिर रवाना हुए।"मां वैष्णो देवी जैसी अनुभूति"इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ये एक जाग्रत पीठ ही नहीं है, बल्कि हमारे बुंदेलखंड का गौरव है। मां शारदा यंहा साक्षात रूप में दिव्य स्वरूप में बिराजी हैं, जिनके दरबार मे माथा टेकने का अवसर हमे बड़े दिनों बाद मिला है। इनके दर्शन से माता वैष्णो देवी की अनुभति होती है, जैसे साक्षात वैष्णों माता के दरबार में आया हूं।रद्द कर चुके हैं मैहर में विधायक की हनुमान कथाबता दें कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को मई के महीने में ही मैहर आना था और यंहा 10 मई से बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी द्वारा आयोजित हनुमान कथा करनी थी। इसकी पूरी तैयारी हो चुकी थी, डोम भी लग चुका था पर एन वक्त पर पंडित शास्त्री ने कथा करने से मना कर दिया था। तब चर्चा थी कि उन पर सियासी प्रेसर आया है।
सतना एरोड्रम में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ये भारत का सौभाग्य है कि देश का सबसे बड़ा संघ अब हिन्दू राष्ट्र की बात कर रहा है और संघ के कहने पर भारत हिन्दू राष्ट्र समझो बनने ही वाला है। अब संघ ने हिन्दू राष्ट्र का दिव्य संकल्प लिया है और आगे बढ़ रहा है। सभी भारत के हिंदुओं का सौभाग्य है कि अब भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगा। इस दौरान उन्होंने इलेक्शन पर कहा कि राजनीति पर मेरा अनुभव शून्य है, लेकिन कम खर्च पर चुनाव हों तो इससे बेहतर कुछ नहीं और बहुत कम व्यय में चुनाव हों तो उस राशि को गरीबो में लगाया जाए। पिछड़े क्षेत्रो में खर्च हो अच्छे अस्पताल बनें।गर्भ गृह में बैठकर की माई की आरतीशुक्रवार की सुबह 11 बजे बागेश्वर पीठाधीस्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मैहर पहुंचे और रोपवे से मां शारदा के दर्शन के लिए ऊंची पहाड़ी त्रिकुट पर्वत पहुंचे। यहां उनके साथ मैहर देवी धाम के पुजारी स्वयं अगवानी के लिए मौजूद थे और रोपवे में उनके साथ ही आये। मंदिर के अंदर दाखिल होने के बाद पंडित शास्त्री को गर्भ गृह में बिठाया गया और उनको आरती सजा कर दी गई। पंडित शास्त्री ने माई की आरती कर पूजा अर्चना की। बता दें कि आमतौर पर किसी को भी गर्भ गृह में प्रवेश नहीं दिया जाता है। पहले से मौजूद थी भारी भीड़दरअसल, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के मैहर आने का प्रोग्राम पहले से ही तय हो गया था और सोशल मीडिया से उनके कार्यक्रम के बारे में सबको पता चल गया था। लिहाज मैहर में लोकल पब्लिक पहले से मंदिर परिसर और ऊपर एकत्र हो गई थी कि उनकी एक झलक पाई जा सके। पहले तो बेकाबू भीड़ दर्शन के लिए जाने में ही रोड़ा बन रही थी, उसके बाद जब बागेश्वर बाबा वापस दर्शन करके आये तो भी पब्लिक उनके सामने आ गई। हालांकि सुरक्षा कर्मी तैनात थे पर सेल्फी लेने और पंडित धीरेंद्र शास्त्री के दीदार करने वालो की भीड़ के सामने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम फेल होते नजर आए। हालांकि बाद में मैहर मंदिर के पुजारी पंडित पुनीत ने मोर्चा संभाला और दोबारा रोपवे में बिठाया और फिर रवाना हुए।"मां वैष्णो देवी जैसी अनुभूति"इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि ये एक जाग्रत पीठ ही नहीं है, बल्कि हमारे बुंदेलखंड का गौरव है। मां शारदा यंहा साक्षात रूप में दिव्य स्वरूप में बिराजी हैं, जिनके दरबार मे माथा टेकने का अवसर हमे बड़े दिनों बाद मिला है। इनके दर्शन से माता वैष्णो देवी की अनुभति होती है, जैसे साक्षात वैष्णों माता के दरबार में आया हूं।रद्द कर चुके हैं मैहर में विधायक की हनुमान कथाबता दें कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को मई के महीने में ही मैहर आना था और यंहा 10 मई से बीजेपी के विधायक नारायण त्रिपाठी द्वारा आयोजित हनुमान कथा करनी थी। इसकी पूरी तैयारी हो चुकी थी, डोम भी लग चुका था पर एन वक्त पर पंडित शास्त्री ने कथा करने से मना कर दिया था। तब चर्चा थी कि उन पर सियासी प्रेसर आया है।