Vikrant Shekhawat : Dec 29, 2023, 09:30 AM
US Presidential Election: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें कम नहीं हो रही है. वह अगले साल राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन राष्ट्रपति बाइडेन की पार्टी उन्हें रोकने की तमाम जद्दोजहद में जुटी है. डेमोक्रेट शासित एक और राज्य मैने (Maine) ने राज्य में ट्रंप के चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया है. स्टेट सेक्रेटरी ने कहा कि ट्रंप के बयान की वजह से ही 2021 में यूएस कैपिटल पर हमला हुआ था.मैने के अलावा कोलोराडो ने डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव लड़ने पर रोक लगा रखा है. अब ट्रंप के पास सुप्रीम कोर्ट जाने के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं बचा है. कोलोराडो और मैने – इन दोनों ही राज्यों में डेमोक्रेट का दबदबा है और अगर सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिलती और ट्रंप चुनाव भी लड़ते हैं तो उनकी हार होना लाजिम है.मैने सेक्रेटरी के फैसले को दी जाएगी चुनौतीमैने सेक्रेटरी ने कहा कि ट्रंप ने चुनाव के बाद और खासतौर पर 6 जनवरी 2021 को चुनावी धांधली का झूठा नैरेटिव गढ़ा और अपने समर्थकों को कैपिटल में घुसने के लिए उकसाया था और इसलिए उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं होना चाहिए. डोनाल्ड ट्रंप इस बीच चुनावी रैलियों में जुटे हैं और तेजी से अपना अभियान चला रहे हैं. उनके कैंपेन हेड ने स्पष्ट किया है कि वे मैने सेक्रेटरी के फैसले पर लीगल कार्रवाई करेंगे.कोलोराडो में भी डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव लड़ने पर रोकपूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनाव से रोकने के लिए डेमोक्रेट पार्टी तमाम कोशिशों में जुटी है. मसलन, कई राज्यों में 14वें संविधान संशोधन के तहत उन्हें चुनाव से रोकने की कोशिश की जा रही है. सबसे पहले कोलोराडो में डोनाल्ड ट्रंप पर इस संविधान संशोधन के तहत कार्रवाई की गई.क्या अगले साल चुनाव लड़ पाएंगे ट्रंप?यह कहना जल्दबाजी होगी कि इन राज्यों में बैन लगाए जाने से डोनाल्ड ट्रंप चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. मसलन, यूएस सु्प्रीम कोर्ट के कुछ फैसले ट्रंप को राहत देने वाले रहे हैं. मिशिगन और मिनेसोटा जैसे कुछ राज्यों में भी ट्रंप के चुनाव लड़ने पर बैन लगाने की कोशिश की गई लेकिन इन राज्यों ने उनपर कार्रवाई से इनकार कर दिया. अब पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट पर निर्भर करता है, जहां तय हो पाएगा कि ट्रंप अगले साल चुनाव लड़ पाएंगे या नहीं.