US Presidential Election / वो 5 बड़े कारण जिससे ट्रंप पहुंचे हारी बाजी जीतने के करीब

जैसे-जैसे अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है, डोनाल्ड ट्रंप का खेमा पहले से ही जीत का ऐलान कर रहा है, भले ही दोनों के बीच कड़ी टक्कर हो। हालिया घटनाक्रम से उनकी लोकप्रियता बढ़ी है, जिसमें अवैध अप्रवास, बाइडेन प्रशासन की विफलताएं, और समर्थकों का मजबूत समर्थन शामिल है।

Vikrant Shekhawat : Nov 06, 2024, 08:27 AM
US Presidential Election: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ जैसे-जैसे अपने अंतिम चरण में पहुंच रही है, चुनाव में खींचतान और कड़े मुकाबले का माहौल बनता जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप का खेमा इस बार खुद को जीत के करीब मान रहा है, हालांकि दोनों उम्मीदवारों के बीच अभी भी कांटे की टक्कर बनी हुई है। पिछले कुछ हफ्तों में ट्रंप के समर्थन में अचानक इजाफा देखने को मिला है, जिसके कई कारण हैं।

ट्रंप की बढ़ती लोकप्रियता

पिछले छह महीनों में अमेरिकी चुनाव में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं। इस बीच जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस की रेस से बाहर होने का फैसला किया, और कमला हैरिस ने पार्टी की जिम्मेदारी संभाली। शुरुआत में कमला हैरिस को सर्वेक्षणों में बढ़त मिली, लेकिन यह स्थिति अधिक समय तक नहीं टिक सकी।

इसके अलावा, ट्रंप पर हुए हत्या के प्रयासों ने भी उनके प्रति जनता के रुख को बदलने में अहम भूमिका निभाई। ट्रंप के समर्थकों में एकजुटता बढ़ी और उनकी प्रचार टीम ने इसे एक साहसी नेता के प्रति हमले के रूप में प्रचारित किया। इसे “डीप स्टेट” के द्वारा ट्रंप को निशाना बनाए जाने के रूप में दर्शाया गया, जिससे उनकी छवि एक मजबूत और जुझारू नेता की बनी।

अवैध अप्रवास पर ट्रंप का सख्त रुख

डोनाल्ड ट्रंप ने पहले कार्यकाल से ही “अमेरिका फर्स्ट” नीति को अपना आधार बनाया और अवैध अप्रवास के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने मैक्सिकन सीमा पर दीवार निर्माण और अप्रवासियों पर कड़े नियम लागू किए, जिससे विदेशी लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक लगी। इस चुनाव में भी उन्होंने दक्षिणी सीमा संकट के लिए बाइडेन प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया और हैरिस पर भी इस मुद्दे में नाकाम रहने का आरोप लगाया।

बाइडेन के कार्यकाल के प्रति सत्ता विरोधी लहर

राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में रूस-यूक्रेन युद्ध और हमास-इजराइल संघर्ष जैसे कई बड़े विवाद सामने आए हैं। बाइडेन प्रशासन के इन मुद्दों पर ठोस कदम न उठा पाने से जनता में असंतोष बढ़ा है। इस नाराजगी को ट्रंप ने अपने पक्ष में इस्तेमाल किया और इन संघर्षों को खत्म करने का वादा करते हुए खुद को एक निर्णायक नेता के रूप में पेश किया।

एलन मस्क का समर्थन

टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क का ट्रंप के प्रति समर्थन भी एक महत्वपूर्ण कारक बन गया है। मस्क ने न केवल ट्रंप की प्रचार मशीन को मजबूत किया बल्कि सोशल मीडिया पर लगातार ट्रंप के समर्थन में पोस्ट किए। उनके द्वारा बड़े पैमाने पर किया गया वित्तीय और सार्वजनिक समर्थन ट्रंप की स्थिति को और मजबूती प्रदान कर रहा है।

ट्रंप के खिलाफ केस का असर

डोनाल्ड ट्रंप वर्तमान में कई कानूनी मामलों का सामना कर रहे हैं। यह चुनाव उनके राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। जीत की स्थिति में उनकी कानूनी परेशानियां कम हो सकती हैं, लेकिन हारने पर उनकी समस्याएं और बढ़ेंगी। फिलहाल इन मामलों में कोई फैसला न आना उनके पक्ष में साबित हो रहा है।

निष्कर्ष

इन प्रमुख कारणों के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की स्थिति मजबूत हो रही है। अवैध अप्रवास, बाइडेन प्रशासन की कमजोरियां, एलन मस्क का समर्थन, ट्रंप के पक्ष में जनसमर्थन और कानूनी मुद्दों का लाभ - ये सभी ट्रंप की संभावनाओं को बढ़ा रहे हैं। हालांकि, अंतिम परिणाम के लिए दुनिया को अभी कुछ समय इंतजार करना पड़ेगा।