नई दिल्ली / दिल्ली में ड्रामा एक लेवल अप, चालान के डर से युवती ने दी सुसाइड की धमकी

दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास जब दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक स्कूटी सवार युवती को रोका तो उसने हंगामा करना शुरू कर दिया. पुलिस के मुताबिक, लड़की की स्कूटी की नंबर प्लेट टूटी हुई थी. इसके अलावा स्कूटी चलाते वक्त फोन का इस्तेमाल कर रही थी, जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका और चालान की बात आई तो युवती ने सुसाइड की धमकी दे दी. पहले उसने ट्रैफिक पुलिस के साथ बदतमीजी की, फिर अगर उसे जाने नहीं दिया गया तो सुसाइड की धमकी देने लगी.

AajTak : Sep 16, 2019, 10:32 AM
देश में 1 सितंबर से लागू हुए संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट के बाद से ही एक नई बहस शुरू हो गई है. रोजाना लोगों के चालान कट रहे हैं और जुर्माना राशि हजारों में है. कोई 20 हजार का चालान दे रहा है तो कोई 2 लाख का. लेकिन चालान कटने के डर से कई लोग पुलिसवालों से भी भिड़ जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला आया है राजधानी दिल्ली से जहां एक स्कूटी सवार लड़की पुलिसवालों से भिड़ गई और सुसाइड करने की धमकी देने लगी.

शनिवार सुबह दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास जब दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक स्कूटी सवार युवती को रोका तो उसने हंगामा करना शुरू कर दिया. पुलिस के मुताबिक, लड़की की स्कूटी की नंबर प्लेट टूटी हुई थी. इसके अलावा स्कूटी चलाते वक्त फोन का इस्तेमाल कर रही थी, जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका और चालान की बात आई तो युवती ने सुसाइड की धमकी दे दी.

बताया जा रहा है कि पहले उसने ट्रैफिक पुलिस के साथ बदतमीजी की, फिर अगर उसे जाने नहीं दिया गया तो सुसाइड की धमकी देने लगी. इतना ही नहीं कुछ ही देर बाद लड़की ने रोना शुरू कर दिया और हेलमेट भी फेंक दिया. युवती अपने घर से ऑफिस जा रही थी. हालांकि, करीब 20 मिनट के ड्रामे के बाद पुलिस ने उस युवती को जाने दिया गया. 

आपको बता दें कि 1 सितंबर से देश में नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू हुआ है. नए नियम के मुताबिक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर काफी ज्यादा जुर्माना लग रहा है. जब से नया नियम लागू हुआ है, तभी से इसपर बहस जारी है. क्योंकि अभी तक कई ऐसे मामले आ चुके हैं, जो चौंकाने वाले हैं.

देश के कई हिस्सों में हजारों रुपये का चालान कटा है, किसी बाइक वाले का 25 हजार, ऑटो वाले का 29 हजार का चालान कटा है. वहीं, कुछ ट्रक वालों का तो लाखों रुपये का चालान कटा है जिससे आम आदमी में चालान के डर का हड़कंप मचा है.

अभी तक कई राज्य इस नियम में बदलाव कर चुके हैं, कुछ राज्यों ने चालान की राशि घटाई है तो वहीं कुछ ने अभी इस नियम को लागू ही नहीं किया है.