News18 : Mar 16, 2020, 12:44 PM
भोपाल। मध्य प्रदेश में भारी उठापटक और पल-पल बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही 26 मार्च तक स्थगित कर दी गई। फ्लोर टेस्ट कराने की BJP की मांग को दरकिनार कर दिया गया। बजट सत्र के स्थगति होने का कोरोना वायरस बताया गया है। इससे पहले भारी गहमागहमी के बीच राज्यपाल के अभिभाषण के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई थी। राज्यपाल लालजी टंडन ने एक मिनट में ही अपना अभिभाषण खत्म कर दिया। उनका भाषण पढ़ा समझ लिया गया। राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा, 'जिसका जो दायित्व है वो उसका निर्वहन करे। सभी संविधान और परंपरा का पालन करें। मध्य प्रदेश के गौरव की रक्षा हो।'कोरोना के कारण एहतियात
महामहिम का भाषण खत्म होते ही बीजेपी विधायकों ने टोका-टाकी शुरू कर दी। वहीं, राज्यपाल अपना भाषण खत्म कर वापस रवाना हो गए। सदन में इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल की चिट्ठी पढ़ी, जिस पर स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा मुझसे पत्राचार नहीं हुआ है। उसके बाद दोनों पक्षों की ओर से सदस्य नारेबाज़ी करने लगे। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट के लिए स्थगित की गयी। उसके बाद स्पीकर एनपी प्रजापति ने कोरोना वायरस की वजह से एहतियात के तौर पर सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया। गौरतलब है कि इसी दिन राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग भी होनी है। बता दें कि बजट सत्र के शुरुआत में राज्यपाल लालजी टंडन का अभिभाषण हुआ। बीजेपी सदन में फ्लोर टेस्ट की मांग उठाने की तैयारी में थी।सदन में अलग नज़ारा
भारी गहमा-गहमी के बीच सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित कांग्रेस और बीजेपी के विधायक विधानसभा पहुंचे। भोपाल की एक होटल में ठहराए गए कांग्रेस विधायक कड़ी सुरक्षा में दो बसों में विधानसभा लाए गए। उनके साथ मंत्री जयवर्धन सिंह और सचिन यादव भी बस में मौजूद थे। बीजेपी के देर रात 2 बजे मानेसर से भोपाल लौटे बीजेपी विधायक शहर से दूर होशंगाबाद रोड पर एक होटल में ठहराए गए थे। वो भी बसों में लाए गए। विधानसभा के बाहर और अंदर दिलचस्प नज़ारे देखने मिल रहे हैं। कोरोना के खौफ के बीच शिवराज सिंह सहित कई विधायक मास्क लगाकर विधानसभा पहुंचे। वो सदन में सेनेटाइजर लगाते दिखे। कांग्रेस और बीजेपी दोनों तरफ के नेता विक्टरी का साइन दिखाते हुए अंदर दाखिल हुए।नहीं हुआ फ्लोर टेस्ट
मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच सोमवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण था। सबकी निगाहें विधानसभा पर टिकी हुई थीं। कांग्रेस में बगावत के बाद अब बीजेपी (BJP) फ्लोर टेस्ट की मांग पर अड़ी है, लेकिन विधानसभा की कार्यसूची में इसे शामिल ही नहीं किया गया था। इससे पहले देर रात सीएम कमलनाथ फिर गवर्नर लालजी टंडन से मिलने गए थे। दूसरी तरफ आधी रात के बाद करीब 2 बजे बीजेपी विधायक मानेसर (गुरुग्राम) से भोपाल लौटे।अल्पमत में है कमलनाथ सरकार: शिवराजबीजेपी नेता और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी भोपाल में देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पमत में आ गई है और फ्लोर टेस्ट से भाग रही है। हम फिर से फ्लोर टेस्ट की मांग सदन में रखेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले विश्वासमत कराने की बात कही है। राज्यपाल और सीएम की मुलाकात पर शिवराज सिंह ने कहा कि सीएम कमलनाथ का जवाब बहुत मासूम है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि कांग्रेस के किसी विधायक को बीजेपी ने बंधक बना रखा है।भोपाल पहुंचे बीजेपी विधायकमध्य प्रदेश में जारी सियासी हलचल के बीच रविवार को आधी रात के बाद तकरीबन 2 बजे मानेसर (गुरुग्राम) भेजे गए सभी बीजेपी विधायक वापस भोपाल लौटे। विधायकों की संख्या करीब 104 है। भाजपा के सभी विधायक विशेष विमान से भोपाल लौटे। एयरपोर्ट पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव औऱ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पार्टी के विधायकों को रिसीव किया। भार्गव ने कहा था, 'अगर फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ तो हम फिर से सदन में इस पर चर्चा करेंगे। हम राज्यपाल के आदेश का पालन करेंगे।'बीजेपी नेता भी राज्यपाल से मिले
भोपाल में बीजेपी नेता रविवार को दोबारा राज्यपाल से मिले थे। गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था। बीजेपी ने कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट को शामिल न करने को असंवैधानिक बताया था। बीजेपी ने कहा था हमने राज्यपाल से ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है। राज्यपाल के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन हुआ है। इससे पहले इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई। राज्यपाल के पास सारी संवैधानिक शक्तियां हैं। गोपाल भार्गव ने कहा कि राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह शीघ्र कदम उठाएंगे।समाजवादी पार्टी ने जारी किया व्हिप
कमलनाथ सरकार पर छाए संकट के बीच समाजवादी पार्टी ने व्हिप जारी किया था। पार्टी ने अपने विधायक राजेश शुक्ला के लिए यह व्हिप जारी किया था। पार्टी कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोट करने की तैयारी में थी। सपा अभी कमलनाथ सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है।
महामहिम का भाषण खत्म होते ही बीजेपी विधायकों ने टोका-टाकी शुरू कर दी। वहीं, राज्यपाल अपना भाषण खत्म कर वापस रवाना हो गए। सदन में इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने राज्यपाल की चिट्ठी पढ़ी, जिस पर स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा मुझसे पत्राचार नहीं हुआ है। उसके बाद दोनों पक्षों की ओर से सदस्य नारेबाज़ी करने लगे। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट के लिए स्थगित की गयी। उसके बाद स्पीकर एनपी प्रजापति ने कोरोना वायरस की वजह से एहतियात के तौर पर सदन की कार्यवाही 26 मार्च तक के लिए स्थगित करने का ऐलान कर दिया। गौरतलब है कि इसी दिन राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग भी होनी है। बता दें कि बजट सत्र के शुरुआत में राज्यपाल लालजी टंडन का अभिभाषण हुआ। बीजेपी सदन में फ्लोर टेस्ट की मांग उठाने की तैयारी में थी।सदन में अलग नज़ारा
भारी गहमा-गहमी के बीच सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित कांग्रेस और बीजेपी के विधायक विधानसभा पहुंचे। भोपाल की एक होटल में ठहराए गए कांग्रेस विधायक कड़ी सुरक्षा में दो बसों में विधानसभा लाए गए। उनके साथ मंत्री जयवर्धन सिंह और सचिन यादव भी बस में मौजूद थे। बीजेपी के देर रात 2 बजे मानेसर से भोपाल लौटे बीजेपी विधायक शहर से दूर होशंगाबाद रोड पर एक होटल में ठहराए गए थे। वो भी बसों में लाए गए। विधानसभा के बाहर और अंदर दिलचस्प नज़ारे देखने मिल रहे हैं। कोरोना के खौफ के बीच शिवराज सिंह सहित कई विधायक मास्क लगाकर विधानसभा पहुंचे। वो सदन में सेनेटाइजर लगाते दिखे। कांग्रेस और बीजेपी दोनों तरफ के नेता विक्टरी का साइन दिखाते हुए अंदर दाखिल हुए।नहीं हुआ फ्लोर टेस्ट
मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच सोमवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण था। सबकी निगाहें विधानसभा पर टिकी हुई थीं। कांग्रेस में बगावत के बाद अब बीजेपी (BJP) फ्लोर टेस्ट की मांग पर अड़ी है, लेकिन विधानसभा की कार्यसूची में इसे शामिल ही नहीं किया गया था। इससे पहले देर रात सीएम कमलनाथ फिर गवर्नर लालजी टंडन से मिलने गए थे। दूसरी तरफ आधी रात के बाद करीब 2 बजे बीजेपी विधायक मानेसर (गुरुग्राम) से भोपाल लौटे।अल्पमत में है कमलनाथ सरकार: शिवराजबीजेपी नेता और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी भोपाल में देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पमत में आ गई है और फ्लोर टेस्ट से भाग रही है। हम फिर से फ्लोर टेस्ट की मांग सदन में रखेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले विश्वासमत कराने की बात कही है। राज्यपाल और सीएम की मुलाकात पर शिवराज सिंह ने कहा कि सीएम कमलनाथ का जवाब बहुत मासूम है। उन्होंने इस बात से इंकार किया कि कांग्रेस के किसी विधायक को बीजेपी ने बंधक बना रखा है।भोपाल पहुंचे बीजेपी विधायकमध्य प्रदेश में जारी सियासी हलचल के बीच रविवार को आधी रात के बाद तकरीबन 2 बजे मानेसर (गुरुग्राम) भेजे गए सभी बीजेपी विधायक वापस भोपाल लौटे। विधायकों की संख्या करीब 104 है। भाजपा के सभी विधायक विशेष विमान से भोपाल लौटे। एयरपोर्ट पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव औऱ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पार्टी के विधायकों को रिसीव किया। भार्गव ने कहा था, 'अगर फ्लोर टेस्ट नहीं हुआ तो हम फिर से सदन में इस पर चर्चा करेंगे। हम राज्यपाल के आदेश का पालन करेंगे।'बीजेपी नेता भी राज्यपाल से मिले
भोपाल में बीजेपी नेता रविवार को दोबारा राज्यपाल से मिले थे। गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था। बीजेपी ने कार्यसूची में फ्लोर टेस्ट को शामिल न करने को असंवैधानिक बताया था। बीजेपी ने कहा था हमने राज्यपाल से ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है। राज्यपाल के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन हुआ है। इससे पहले इस तरह की स्थिति पैदा नहीं हुई। राज्यपाल के पास सारी संवैधानिक शक्तियां हैं। गोपाल भार्गव ने कहा कि राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह शीघ्र कदम उठाएंगे।समाजवादी पार्टी ने जारी किया व्हिप
कमलनाथ सरकार पर छाए संकट के बीच समाजवादी पार्टी ने व्हिप जारी किया था। पार्टी ने अपने विधायक राजेश शुक्ला के लिए यह व्हिप जारी किया था। पार्टी कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोट करने की तैयारी में थी। सपा अभी कमलनाथ सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है।