Jammu-Kashmir News / J-K विधानसभा में बीजेपी विधायकों से भिड़े AAP विधायक, सदन में जबरदस्त हंगामा

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक मेहराज मलिक और बीजेपी विधायकों के बीच तीखी बहस हुई। मलिक ने भाजपा पर जम्मू में शराब की बढ़ती दुकानों का आरोप लगाया। हंगामे के बीच बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट किया। मलिक ने गैर-जमानती वारंट पर भी प्रतिक्रिया दी।

Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में गुरुवार को भारी हंगामा देखने को मिला, जब आम आदमी पार्टी (आप) के एकलौते विधायक मेहराज मलिक और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों के बीच तीखी जुबानी जंग छिड़ गई। डोडा से आप विधायक मेहराज मलिक ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जम्मू में शराब की दुकानें तेजी से खुल रही हैं और इसके लिए सीधे तौर पर बीजेपी जिम्मेदार है। उनके इस बयान के बाद सदन में माहौल गरमा गया।

आप विधायक और बीजेपी विधायकों के बीच तकरार

जब विधानसभा में मेहराज मलिक ने अपने विचार रखे, तो बीजेपी के सभी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जोरदार बहसबाजी हुई और सदन में माहौल तनावपूर्ण हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मार्शलों को हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बावजूद बीजेपी के विधायक आक्रोश में आकर सदन से वॉकआउट कर गए।

बीजेपी पर आप विधायक के तीखे प्रहार

मेहराज मलिक ने जम्मू में बढ़ती शराब की खपत पर भाजपा की चुप्पी को सवालों के घेरे में खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जम्मू में शराब को आम बना दिया है और इस समस्या को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कटरा में शराब के बढ़ते प्रचलन पर भी भाजपा को घेरा और पूछा कि जब वहां शराब परोसी जा रही थी, तब भाजपा क्या कर रही थी? उन्होंने कहा कि भाजपा को धर्म पर बोलने का अधिकार नहीं है, क्योंकि उनकी नीतियां और निर्णय उनके स्वयं के दावों के विपरीत हैं।

शराब की खपत और सांप्रदायिक भेदभाव पर सवाल

मलिक ने अपने बयान में कहा, "मुस्लिम और हिंदू दोनों शराब पीते हैं। लेकिन सार्वजनिक रूप से कौन पीता है, इस पर कोई दूसरी राय नहीं है। जब मुसलमान सार्वजनिक रूप से शराब पीते हैं, तो उनसे पूछताछ की जाती है और उन्हें समाज से बहिष्कृत करने की कोशिश की जाती है।" उन्होंने भाजपा पर दोहरे मानकों का आरोप लगाते हुए कहा कि जब शराब की बिक्री का विरोध करने वाली महिलाओं पर हमले हो रहे थे, तब भाजपा मौन थी। उन्होंने पूछा, "जब दुकानों पर शराब बेची जा रही थी और माताओं को पीटा जा रहा था, तब उनकी (बीजेपी) भावनाएं कहां थीं?"

गैर-जमानती वारंट पर प्रतिक्रिया

इस बीच, जम्मू की एक अदालत द्वारा उनके खिलाफ जारी गैर-जमानती वारंट पर प्रतिक्रिया देते हुए मलिक ने कहा कि यह एक व्यक्तिगत मामला है और वे फिलहाल विधानसभा में अपने कर्तव्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने इस मुद्दे को बेवजह तूल देने से बचने की सलाह दी।

निष्कर्ष

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हुआ यह विवाद राजनीतिक तापमान को बढ़ाने वाला साबित हुआ। आप विधायक मेहराज मलिक के आरोपों ने बीजेपी के विधायकों को आक्रोशित कर दिया, जिससे सदन में हंगामा हुआ और अंततः बीजेपी विधायकों ने वॉकआउट कर दिया। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाजी और बहस तेज होने की संभावना है।