AMAR UJALA : Oct 30, 2019, 11:05 AM
पिथौरागढ़ | अरब सागर से उठे चक्रवात में दीपावली के पटाखों का प्रदूषण मिलने से वातावरण में अजीब सी धुंध छा गई है। इन दिनों अमूमन साफ दिखने वाले पहाड़ धुंध से ढके हैं। समूचे उत्तरी भारत में इस धुंध का असर देखा जा रहा है। अगले तीन दिन तक धुंध के छाए रहने की संभावना है। यह धुंध स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। मौसम विभाग देहरादून से मिली जानकारी के अनुसार अरब सागर से उठी तेज हवाओं से नमी वातावरण में ऊपरी स्तर पर आ जाती है। उत्तर भारत में इस समय ठंड पड़नी शुरू हो गई है। उत्तर-पश्चिमी हवाओं में नमी होने और धूलकण मिलने से धुंध बन रही है। इनसे कई जगहों पर बादल भी बन रहे हैं। यह धुंध मुंबई से 17-18 डिग्री अक्षांश से ऊपर तक फैली है।दीपावली में जमकर हुई आतिशबाजी से वातावरण प्रदूषित हुआमध्य प्रदेश, बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड इस धुंध की चपेट में हैं। दीपावली में जमकर हुई आतिशबाजी से वातावरण काफी प्रदूषित हुआ है। रविवार को महालक्ष्मी पूजा के अगले दिन से वातावरण में यह खतरनाक धुंध छाई है। सुबह के समय वातावरण में छाई यह धुंध सूरज की किरणों को भी पूरी तरह अपने चपेट में ले रही हैं। इससे सूरज के दर्शन भी काफी देर से हो रहे हैं। इन दिनों हिमालय साफ दिखाई देता है। अलबत्ता धुंध छाए रहने से हिमालय की बर्फीली चोटियां तो दूर हरियाली भी स्पष्ट नहीं दिखाई दे रहा है। यह धुंध सांस के रोगियों के लिए भी काफी हानिकारक है। मौसम विज्ञानी एमएम सकलानी का कहना है कि अगले दो-तीन दिन और धुंध छाई रह सकती है। फिलहाल अभी बारिश की कोई संभावना नहीं बन रही है।