Earthquake In Maharashtra / महाराष्ट्र में भूकंप से कांपी धरती, देखिये इतनी मापी गई तीव्रता

महाराष्ट्र में एक बार फिर आज सुबह भूंकप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई। हालांकि भूकंप की तीव्रता बेहद कम थी जिसके चलते यह बेहद कम महसूस हो सका। सुबह-सुबह पांच बजकर नौ मिनट पर यह भूकंप आया। जानमाल के किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। आमतौर पर भूकंप के ऐसे झटके लोगों को महसूस नहीं हो पाते। फिर भी लगातार रह-रहकर आते भूकंप ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है। बता दें कि महाराष्ट्र के इस

Vikrant Shekhawat : Nov 20, 2023, 07:44 AM
Earthquake In Maharashtra: महाराष्ट्र में एक बार फिर आज सुबह भूंकप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.5 मापी गई। हालांकि भूकंप की तीव्रता बेहद कम थी जिसके चलते यह बेहद कम महसूस हो सका। सुबह-सुबह पांच बजकर नौ मिनट पर यह भूकंप आया। जानमाल के किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। आमतौर पर भूकंप के ऐसे झटके लोगों को महसूस नहीं हो पाते। फिर भी लगातार रह-रहकर आते भूकंप ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है। बता दें कि महाराष्ट्र के इस इलाके में पिछले कुछ दिनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस होते रहे हैं। ऐसे में लोग अब इसको लेकर चिंता में हैं।

क्यों आता है भूकंप?

दरअसल, धरती की मोटी परत जिसे टेक्‍टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है। ये प्‍लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।

कैसे करें बचाव?

अगर अचानक भूकंप आ जाए तो घर से बाहर खुले में निकल जाएं। यदि आप घर में फंस गए हों तो बेड या मजबूत टेबल के नीचे छिप जाएं। घर के कोनों में खड़े होकर भी खुद को बचा सकते हैं। भूकंप आने पर लिफ्ट का प्रयोग बिल्कुल न करें। खुले स्थान में जाएं। पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें। इसके अलावे भूकंप रोधी मकान भी उतने ही जरूरी होते हैं। यह हालांकि बहुत महंगा नहीं होता, पर इसे लेकर लोगों में जागरूकता की कमी के कारण अक्‍सर लोग इसकी अनदेखी कर बैठते हैं।