
गजेन्द्र सिंह राठौड़
- अफ़ग़ानिस्तान,
- 11-Jan-2024,
Earthquake : अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र में गुरुवार दोपहर 2:20 बजे तेज भूकंप आया। इसकी वजह से पाकिस्तान के इस्लामाबाद, रावलपिंडी और भारत में जम्मू-कश्मीर से दिल्ली-NCR तक झटके महसूस किए गए।
नेशनल सेंटर फॉर सीसमोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई। इसका केंद्र हिंदुकुश में जमीन से करीब 220 किलोमीटर नीचे था। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
4 नवंबर को नेपाल में आया था 6.4 तीव्रता का भूकंप4 नवंबर 2023 को रात 11:32 बजे नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 157 लोगों की मौत हुई थी। तब दिल्ली-NCR के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में भी झटके महसूस किए गए थे। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
इसके बाद 6 नवंबर को दिल्ली-NCR में शाम 4 बजकर 16 मिनट पर फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र भी नेपाल में था। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.6 आंकी गई। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी झटके महसूस किए गए।
क्या होता हैभूकंप का केंद्र?आसान भाषा में समझें तो भूकंप तब आता है जब धरती की सतह के नीचे मौजूद प्लेटें आपस में टकराती हैंं या फिर टूटना शुरू होती हैं. उस जगह को ही भूकंप का केंद्र कहा जाता है. विज्ञान की भाषा में इसे हाइपोसेंटर भी कहते हैं. इस सेंटर से ही भूकंप की एनर्जी तरंगों के रूप में कंपन फैलाने हुए आगे बढ़ती हैं. यह बिल्कुल वैसी ही हैं जैसे शांत तालाब में पत्थर फेंकने पर तरंगे फैलती हुई आगे बढ़ती हैं
नेशनल सेंटर फॉर सीसमोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई। इसका केंद्र हिंदुकुश में जमीन से करीब 220 किलोमीटर नीचे था। फिलहाल किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
4 नवंबर को नेपाल में आया था 6.4 तीव्रता का भूकंप4 नवंबर 2023 को रात 11:32 बजे नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 157 लोगों की मौत हुई थी। तब दिल्ली-NCR के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में भी झटके महसूस किए गए थे। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।
इसके बाद 6 नवंबर को दिल्ली-NCR में शाम 4 बजकर 16 मिनट पर फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र भी नेपाल में था। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.6 आंकी गई। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी झटके महसूस किए गए।
क्या होता हैभूकंप का केंद्र?आसान भाषा में समझें तो भूकंप तब आता है जब धरती की सतह के नीचे मौजूद प्लेटें आपस में टकराती हैंं या फिर टूटना शुरू होती हैं. उस जगह को ही भूकंप का केंद्र कहा जाता है. विज्ञान की भाषा में इसे हाइपोसेंटर भी कहते हैं. इस सेंटर से ही भूकंप की एनर्जी तरंगों के रूप में कंपन फैलाने हुए आगे बढ़ती हैं. यह बिल्कुल वैसी ही हैं जैसे शांत तालाब में पत्थर फेंकने पर तरंगे फैलती हुई आगे बढ़ती हैं