Vikrant Shekhawat : Sep 17, 2023, 10:00 AM
PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने लगातार खूब आर्थिक तरक्की की है. इस साल पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर आने वाले सालों में भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाने का आह्वान किया, जो अभी दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इकोनॉमी है. आज देश जब पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाएगा, तब बीते एक साल में देश की इकोनॉमी कहां से कहां पहुंची है, चलिए गौर फरमाते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को मनाया जाता है. भाजपा शासित केंद्र सरकार उनके जन्म दिन पर ‘सेवा पखवाड़ा’ मनाती है. इस साल भारत सरकार का स्वास्थ्य मंत्रालय देश में ‘आयुष्मान भव’ अभियान इसी पखवाड़े के तहत चला रहा है, जिसका लाभ 35 करोड़ लोगों को होने जा रहा है. खैर यहां हम जानते हैं कि बीते एक साल में देश की इकोनॉमी ने कितनी करवट ली है.जीडीपी की रफ्तार बरकरारकोविड और उसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनिया के कई देशों की जीडीपी रफ्तार को रोक कर रख दिया है, या उनमें नरमी देखी गई है. वहीं भारत की इकोनॉमी हल्के-उतार चढ़ाव के साथ लगातार तेजी से आगे बढ़ रही है.अगर बीते एक साल के आंकड़े देखें तो अक्टूबर-दिसंबर, जनवरी-मार्च और अप्रैल-जून की तिमाही बीत चुकी है, जबकि जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े आने में अभी वक्त है. इन आंकड़ों में देखें तो देश की इकोनॉमी रफ्तार सही गति से आगे बढ़ी है.पिछले साल जुलाई-सितंबर (2022) में देश की जीडीपी ने 16.2 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की थी. इसकी बड़ी वजह 2021 के समय कोविड की दूसरी लहर की वजह से इकोनॉमी का नीचे रहना था. इसके बाद अक्टूबर-दिसंबर (2022) में देश की जीडीपी ग्रोथ 4.4 प्रतिशत रही.इसके बाद लगा नया साल और दुनिया से रूस और यूक्रेन के युद्ध का असर थोड़ा छंटने लगा. इसका असर देश की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार पर दिखा. जनवरी-मार्च 2023 में देश की इकोनॉमी ने कुलांछे मारना शुरू कर दिया और जीडीपी ग्रोथ रेट 6.1 प्रतिशत पहुंच गया. ग्रोथ की ये रफ्तार इससे अगली तिमाही अप्रैल-जून 2023 में और आगे पहुंच गई और देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.8 प्रतिशत रही.उद्योगों ने भी भरी उड़ानमोदी सरकार का शुरुआत से ध्यान देश में उद्योग-धंधे बढ़ाने पर रहा है. इसलिए इसका एक प्रमुख इंडिकेटर ‘इंडिया इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन’ (आईआईपी) बीते एक साल में उतार-चढ़ाव के बावजूद अभी पॉजिटिव जोन में है.पीएम मोदी के पिछले जन्मदिन के आसपास आईआईपी के जुलाई के आंकड़े सामने आए थे. तब देश में औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार कम थी. लेकिन जब सितंबर 2022 के आंकड़े नवंबर में आए, देश में आईआईपी में 3.1 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई. फिर नवंबर 2022 के आंकड़े जब जनवरी में आए तब ये ग्रोथ 7.1 प्रतिशत हो गई.इसके बाद इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में लगातार ग्रोथ देखी गई. लेटेस्ट आंकड़े जुलाई 2023 के आए हैं जो हाल ही में 12 सितंबर 2023 को रिलीज हुए हैं. इस दौरान आईआईपी ग्रोथ 5.7 प्रतिशत रही है. ये सभी आंकड़े सीधे एक साल पहले समान महीने की ग्रोथ से तुलना करके निकाले जाते हैं.भारत बन रहा सुपर पावरबीते एक साल में भारत की इकोनॉमी ने मजबूती हासिल की है. महंगाई में नरमी से लेकर गाड़ियों की सेल्स बढ़ने तक देश में इकोनॉमी का विस्तार हुआ है. साथ ही शेयर मार्केट ने नई ऊंचाईयों को छुआ है. ये सभी आंकड़े देश की सुपर पावर बनने की गवाही देते नजर आते हैं.