Vikrant Shekhawat : May 25, 2021, 04:17 PM
Delhi: कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार सीबीएसई 12वीं की परीक्षा कराने का फैसला बहुत सोच विचार कर लेना चाहती है। इसके लिए सभी राज्य सरकारों से भी राय मांगी गई है। बता दें कि वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) का प्लान है कि सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 15 जुलाई से 26 अगस्त तक आयोजित कराई जाए। आइए जानें बोर्ड ने किस तरह प्लान के साथ प्लान बी भी तैयार किया है।
कोविड-19 की दूसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीबीएसई, सीआईएससीई समेत विभिन्न राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं व अन्य प्रवेश परीक्षाएं लगातार पोस्टपोन हो रही हैं। ऐसे में सरकार ने राज्यों से वहां की स्थिति को देखते हुए जरूरी विषयों के साथ 12वीं की संक्षिप्त प्रारूप में परीक्षा कराने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि दिल्ली सरकार ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि पहले बोर्ड परीक्षार्थियों और ड्यूटी में तैनात होने वाले शिक्षकों का टीकाकरण किया जाए, तभी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएं। सीबीएसई बोर्ड की ओर से क्या हैं एग्जाम को लेकर दो प्लान सीबीएसई ने प्रस्तावित किया है कि बोर्ड परीक्षा केवल कुछ प्रमुख विषयों की आयोजित की जाए। इसके अलावा एग्जाम की अवधि 3 घंटे के बजाय 1।5 घंटे तक की जाए। शिक्षामंत्रियों की बैठक में अधिकांश राज्य के शिक्षा मंत्रियों ने बाद वाले विकल्प का समर्थन किया। हालांकि, कुछ ने हल्के फुल्के बदलाव की भी मांग की, जानिए वो क्या हैं। एक विकल्प के अनुसार 1।5-घंटे या 90-मिनट की परीक्षा का परीक्षा पैटर्न अलग होगा। इसमें केवल MCQप्रश्न होंगे ताकि छात्र दिए गए समय में परीक्षा पूरी कर सकें। सीबीएसई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि परीक्षा छात्रों के अपने स्कूलों में आयोजित की जाएगी और उन्हें एक भाषा विषय और तीन ऐच्छिक के लिए उपस्थित होना होगा। परीक्षा के लिए फिलहाल एक टेम्परेरी टाइम टेबल तैयार किया गया है, जिसके अनुसार परीक्षा दो चरणों में 15 जुलाई से एक अगस्त तक और दूसरे चरण में 6 अगस्त से 26 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। इसमें रविवार को भी परीक्षा कराने का प्रस्ताव शामिल है। जानिए सीबीएसई का प्लान बीबोर्ड की ओर से एक दूसरे प्लान बी के तौर पर सीबीएसई ने सुझाव दिया कि यदि छात्र शुरू में किसी भी कोविड -19 संबंधित मुद्दे के कारण उपस्थित होने में असमर्थ हैं तो ऐसे में छात्रों को सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए लगभग 15 दिन बाद एक दूसरा विकल्प दिया जा सकता है। बता दें कि सरकार इस विकल्प के बारे में एक जून को पूरी जानकारी देगी।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 सभी सावधानियों के साथ होगीपिछले साल की तरह, इस साल भी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 सभी कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ आयोजित की जाएगी। परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पालन किया जाएगा। बता दें कि इस बीच छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग सोशल मीडिया पर सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 को रद्द करने की मांग कर रहा है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा, सुरक्षा और भविष्य दोनों हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विशेष तैयारी के साथ सीबीएसई बोर्ड की ओर से 19 विषयों के एग्जाम आयोजित कराए जा सकते हैं। इसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, अकाउंट्स, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी शामिल हैं। ये वो विषय हैं जो भविष्य में विश्वविद्यालयों में मेरिट से प्रवेश प्रक्रिया में मददगार होंगे।
कोविड-19 की दूसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए सीबीएसई, सीआईएससीई समेत विभिन्न राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं व अन्य प्रवेश परीक्षाएं लगातार पोस्टपोन हो रही हैं। ऐसे में सरकार ने राज्यों से वहां की स्थिति को देखते हुए जरूरी विषयों के साथ 12वीं की संक्षिप्त प्रारूप में परीक्षा कराने का प्रस्ताव दिया है। हालांकि दिल्ली सरकार ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि पहले बोर्ड परीक्षार्थियों और ड्यूटी में तैनात होने वाले शिक्षकों का टीकाकरण किया जाए, तभी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएं। सीबीएसई बोर्ड की ओर से क्या हैं एग्जाम को लेकर दो प्लान सीबीएसई ने प्रस्तावित किया है कि बोर्ड परीक्षा केवल कुछ प्रमुख विषयों की आयोजित की जाए। इसके अलावा एग्जाम की अवधि 3 घंटे के बजाय 1।5 घंटे तक की जाए। शिक्षामंत्रियों की बैठक में अधिकांश राज्य के शिक्षा मंत्रियों ने बाद वाले विकल्प का समर्थन किया। हालांकि, कुछ ने हल्के फुल्के बदलाव की भी मांग की, जानिए वो क्या हैं। एक विकल्प के अनुसार 1।5-घंटे या 90-मिनट की परीक्षा का परीक्षा पैटर्न अलग होगा। इसमें केवल MCQप्रश्न होंगे ताकि छात्र दिए गए समय में परीक्षा पूरी कर सकें। सीबीएसई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया कि परीक्षा छात्रों के अपने स्कूलों में आयोजित की जाएगी और उन्हें एक भाषा विषय और तीन ऐच्छिक के लिए उपस्थित होना होगा। परीक्षा के लिए फिलहाल एक टेम्परेरी टाइम टेबल तैयार किया गया है, जिसके अनुसार परीक्षा दो चरणों में 15 जुलाई से एक अगस्त तक और दूसरे चरण में 6 अगस्त से 26 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। इसमें रविवार को भी परीक्षा कराने का प्रस्ताव शामिल है। जानिए सीबीएसई का प्लान बीबोर्ड की ओर से एक दूसरे प्लान बी के तौर पर सीबीएसई ने सुझाव दिया कि यदि छात्र शुरू में किसी भी कोविड -19 संबंधित मुद्दे के कारण उपस्थित होने में असमर्थ हैं तो ऐसे में छात्रों को सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए लगभग 15 दिन बाद एक दूसरा विकल्प दिया जा सकता है। बता दें कि सरकार इस विकल्प के बारे में एक जून को पूरी जानकारी देगी।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 सभी सावधानियों के साथ होगीपिछले साल की तरह, इस साल भी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 सभी कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ आयोजित की जाएगी। परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पालन किया जाएगा। बता दें कि इस बीच छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग सोशल मीडिया पर सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 को रद्द करने की मांग कर रहा है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा, सुरक्षा और भविष्य दोनों हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विशेष तैयारी के साथ सीबीएसई बोर्ड की ओर से 19 विषयों के एग्जाम आयोजित कराए जा सकते हैं। इसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, अकाउंट्स, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी शामिल हैं। ये वो विषय हैं जो भविष्य में विश्वविद्यालयों में मेरिट से प्रवेश प्रक्रिया में मददगार होंगे।