Live Hindustan : Nov 17, 2019, 06:30 PM
महाराष्ट्र में जहां सरकार बनाने को लेकर खींचतान जारी है। वहीं रविवार को बाला साहेब ठाकरे की पुण्यतिथि पर मुंबई के शिवाजी पार्क में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है। यहां पर छगन भुजबल और जयंत पाटिल ने बाला साहेब को श्रद्धांजलि दी। वहीं बीजेपी और एनसीपी नेताओं ने ट्वीट करके बाला साहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि दी। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन टूट चुका है। अब एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना मिलकर सरकार बनाने की कोशिशों में लगे हैं।- शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि दी- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में बाला साहेब की सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी - बाला साहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि देने के बाद शिवसेना नेता ने कहा कि आज भी बाला साहेब हमारे साथ हैं। यह भूमि नहीं है यह पवित्र जगह है जहां हिन्दुत्व, पूरी मानवजात को, देश को हमेशा एक संदेश बाला साहेब ने दिया है और अब यह प्ररेणा स्थान देगा। उन्होंने कहा कि बाला साहेब के लिए आज हम कुछ भी करेंगे। सरकार बनेगी और बाला साहेब को उद्धव जी ने वचन दिया था कि शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा वह जल्द ही इस स्थल पर आ जाएगा।- शिवसेना नेता संजय राउत और अरविंद सावंत ने बाला साहेब ठाकरे को दी श्रद्धांजलि - छगन भुजबल ने कहा कि बाला साहेब से बहुत सारी पुरानी यादें जुड़ी हुई है। सरकार बनाने की कोशिश सकारात्मक रूप से जारी है। सरकार बनाने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। - शरद पवार ने ट्वीट कर कहा, बालासाहेब ठाकरे द्वारा उठाए गए कदमों से मराठी व्यक्ति जो गर्व से क्षेत्रीय अस्मिता पर घमंड करता था। राजनीति, बयानबाजी के अलावा जिसने समाजवाद को प्राथमिकता दी, उन्हीं अनुयायियों को जन्मदिन पर बधाई!- - शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की पुण्यतिथि पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है बाला साहेब जब बोलते थे लोगों को ताकत मिलती थी उनको देखने से ऊर्जा मिलती थी। बाला साहेब कहते थे नाम जपो नाम बड़ा होगा। तुम्हें सब कुछ मिलेगा। बाला साहेब की याद कर स्फूर्ति आती है। हिन्दू सम्राट बाला साहेब का आशीर्वाद मिलता रहे। बाला साहेब बोलते थे हिंदुत्व का झंडा लहराता रहना चाहिए। उनके स्मृति हमेशा हमारे साथ रहेगी- केन्द्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने ट्वीट करके बाला साहेब को श्रद्धांजलि दीआपको बता दें कि 1966 में शिवसेना की स्थापना करने वाले बाल ठाकरे ने 17 नवंबर 2012 को इस दुनिया को अलविदा कहा दिया था।