हाथरस केस / परिवार बोला जब तक हमारी बेटी को न्याय नही मिलता तब तक नही करेगे उसकी अस्थियों का विसर्जन

हाथरस केस मामले में पीड़िता के परिवार के सदस्य इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के समक्ष पेश हुए और सोमवार देर रात घर लौटे। पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच परिवार के सदस्य हाथरस लौट आए हैं। वहीं, घर लौटने के बाद पीड़ित परिवार ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा वे अपनी बेटी की अस्थियां नहीं विसर्जित करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने अदालत के समक्ष यह मुद्दा उठाया है कि मेरी बेटी का शव हमसे अनुमति के बिना जलाया गय

Vikrant Shekhawat : Oct 13, 2020, 07:50 AM
हाथरस. हाथरस केस मामले में पीड़िता के परिवार के सदस्य इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के समक्ष पेश हुए और सोमवार देर रात घर लौटे। पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच परिवार के सदस्य हाथरस लौट आए हैं। वहीं, घर लौटने के बाद पीड़ित परिवार ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा वे अपनी बेटी की अस्थियां नहीं विसर्जित करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने अदालत के समक्ष यह मुद्दा उठाया है कि मेरी बेटी का शव हमसे अनुमति के बिना जलाया गया था।

दरअसल, हाथरस मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में सोमवार को सुनवाई हुई थी। इस दौरान, हाथरस मामले के पीड़ितों के परिवार के साथ अधिकारियों ने अदालत में अपने विचार प्रस्तुत किए। अदालत में पीड़ित परिवार ने रात में अंतिम संस्कार पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि उन्हें नहीं पता कि किसका अंतिम संस्कार किया गया है।। वहीं, पीड़ित परिवार की वकील सीमा कुशवाहा के अनुसार, परिवार ने अदालत से मांग की है कि सीबीआई की रिपोर्ट को गोपनीय रखा जाए, केस को उत्तर प्रदेश से बाहर स्थानांतरित कर दिया जाए और जब तक मामला पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता है तब तक परिवार को चाहिए सुरक्षा प्रदान की जाए।