Bejan Daruwala dies / ज्योतिषी बेजान दारूवाला का 90 वर्ष की आयु में कोरोना वायरस के कारण निधन

प्रसिद्ध ज्‍योतिषी बेजान दारूवाला का 90 वर्ष की उम्र में अहमदाबाद के अपोलो अस्‍पताल में निधन हो गया। बेजान दारूवाला के बेटे नास्तुर दारूवाला ने बताया कि उन्हें निमोनिया की शिकायत थी। ऐसा बताया जा रहा है कि बेजान दारूवाला कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। कोरोना वायरस के चलते ही उनका निधन हुआ है। वह लगभग पिछले एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह वेंटिलेटर पर थे।

News18 : May 29, 2020, 11:45 PM
नई दिल्‍ली। प्रसिद्ध ज्‍योतिषी बेजान दारूवाला (Bejan Darauwala ) का 90 वर्ष की उम्र में अहमदाबाद के अपोलो अस्‍पताल में निधन हो गया। बेजान दारूवाला के बेटे नास्तुर दारूवाला ने बताया कि उन्हें निमोनिया की शिकायत थी। ऐसा बताया जा रहा है कि बेजान दारूवाला कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित हो गए थे। कोरोना वायरस के चलते ही उनका निधन हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह लगभग पिछले एक हफ्ते से अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वह वेंटिलेटर पर थे।

वैदिक ज्योतिष, न्यूमेरोलॉजी और हस्‍तरेखा के थे ज्ञाता

प्रसिद्ध ज्योतिषी बेजान दारूवाला विभिन्‍न तकनीक के माध्‍यम से भविष्‍यवाणी किया करते थे। वह वैदिक ज्‍योतिष, नयूमेरोलॉजी और हस्‍त रेखा समेत ज्‍योतिष की विभिन्न विधाओं के ज्ञाता थे। वह अर्थव्‍यवस्‍था और बाजार के उतार चढ़ाव को लेकर भी भविष्‍यवाणी किया करते थे।

बेजान दारुवाला ने की थी मोदी की जीत की भविष्‍यवाणी

मुंबई के ताज होटल में 25 अप्रैल 2003 को बेजान दारूवाला ने अपनी ज्‍योतिष की वेबसाइट का शुभारंभ किया था। उनकी वेबसाइट का नाम बेजानदारूवालाडॉटकॉम है। ऐसा कहा जाता है कि उन्‍होंने संजय गांधी की दुर्घटना की भी भविष्‍यवाणी की थी। जबकि 2014 में उन्‍होंने नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की भविष्‍यवाणी की थी।

उनके निधन पर गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने ट्वीट किया, 'प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री बेजान दारुवाला के निधन से दुखी हूं। मैं उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। मेरी संवेदना ओम शांति।'

बेजान दारूवाला भगवान श्री गणेश के प्रबल अनुयायी थे। वह भारतीय और पश्चिमी ज्‍योतिष को जोड़ने के लिए जाने जाते थे। वह ज्योतिषीय तकनीक आई-चिंग, टैरोट रीडिंग, कबालाह और हस्तरेखा के ज्ञाता माने जाते थे। उनकी कई भविष्‍यवाणियां सच साबित हुई थीं, जिसके कारण उन्‍हें भारत के साथ ही विश्‍व में भी एक नई पहचान मिली थी। वह वैदिक और पश्चिमी ज्‍योतिष के सिद्धांत को मिलाकर भविष्‍यवाणी करने के लिए जाने जाते थे