Farmers Protest / विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान- बिना जानकारी उलटे-सीधे कमेंट ना करें

किसान आंदोलन पर रिएक्शन देने वाले विदेश में बैठी शख्सियतों को लेकर विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि इन प्रदर्शनों को लेकर कुछ ताकतें अपना एजेंडा चला रही हैं। इन मुद्दों पर कोई भी राय रखने से पहले बेहतर होगा कि वो पूरी जानकारी हासिल करें। विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर बिना जानकारी के कमेंट को गैर जिम्मेदाराना करार दिया है।

Vikrant Shekhawat : Feb 03, 2021, 02:05 PM
Farmers Protest: किसान आंदोलन पर रिएक्शन देने वाले विदेश में बैठी शख्सियतों को लेकर विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि इन प्रदर्शनों को लेकर कुछ ताकतें अपना एजेंडा चला रही हैं। इन मुद्दों पर कोई भी राय रखने से पहले बेहतर होगा कि वो पूरी जानकारी हासिल करें। विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर बिना जानकारी के कमेंट को गैर जिम्मेदाराना करार दिया है। बता दें कि मशहूर पर्यावरण विद् ग्रेटा थनबर्ग और गायिका रिहाना ने किसान आंदोलन पर कमेंट किया था।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा, ''हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे कि इन विरोधों को भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति के संदर्भ में देखा जाना चाहिए, और गतिरोध को हल करने के लिए सरकार और संबंधित किसान समूहों के प्रयासों को। ऐसे मामलों पर टिप्पणी करने से पहले, हम आग्रह करेंगे कि तथ्यों का पता लगाया जाए और मुद्दों की एक उचित समझ पैदा की जाए। सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और टिप्पणियों का प्रलोभन, खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा करना न तो सटीक है और न ही जिम्मेदार है।''

विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ''भारत की संसद ने एक पूर्ण बहस और चर्चा के बाद, कृषि क्षेत्र से संबंधित सुधारवादी कानून पारित किया। इन सुधारों ने विस्तारित बाजार पहुंच दी और किसानों को अधिक लचीलापन प्रदान किया। उन्होंने आर्थिक और पारिस्थितिक रूप से टिकाऊ खेती का मार्ग प्रशस्त किया। भारत के कुछ हिस्सों में किसानों के एक बहुत छोटे वर्ग के पास इन सुधारों के बारे में कुछ समस्याएं हैं। प्रदर्शनकारियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, भारत सरकार ने उनके प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की एक श्रृंखला शुरू की है। केंद्रीय मंत्री वार्ता का हिस्सा रहे हैं, और ग्यारह दौर की वार्ता हो चुकी है। सरकार ने कानूनों को ताक पर रखने की पेशकश भी की है, यह प्रस्ताव भारत के प्रधानमंत्री से कम नहीं है।''

बयान में आगे कहा, ''निहित स्वार्थ समूहों को इन विरोधों पर अपने एजेंडे को लागू करने की कोशिश करना और उन्हें पटरी से उतारना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह भारत के गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को देखा गया था।''

अंतरराष्ट्रीय हस्तियां कर रही हैं किसान आंदोलन का विरोध

किसानों के समर्थन में ग्लोबल सेलिब्रिटीज भी अपनी आवाज़ उठाने लगे हैं। पॉप स्टार रिहाना और ग्रेटा थनबर्ग के बाद अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने भी ट्वीट कर किसानों आंदोलन का मुद्दा उठाया। रिहाना ने मंगलवार शाम को किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी एक खबर शेयर की। यह खबर किसानों के प्रदर्शन स्थल के आसपास इंटरनेट बंद करने को लेकर थी। रिहाना ने यह खबर शेयर करते हुए लिखा, ''हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे? रिहाना ने हैशटैग #FarmersProtest के साथ यह ट्वीट किया था।''