Farmers Protest / सरकार के साथ बातचीत में क्या निकला समाधान? 5 घंटे चली बात, मांगों पर अड़े किसान

चंडीगढ़ में करीब 5 घंटे की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं की बातचीत खत्म हुई. किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच बातचीत बेशक हुई लेकिन किसी भी चीज पर फिलहाल सहमति नहीं बनी. हालांकि, कई बिंदुओं पर बातचीत को आगे बढ़ाने और बातचीत के सकारात्मक होने के संकेत जरूर मिले हैं. रविवार को इस बारे में फिर से बैठक होगी. रविवार की बैठक तक शंभू बॉर्डर पर किसान आगे नहीं बढ़ेंगे. वहीं, हरियाणा पुलिस

Vikrant Shekhawat : Feb 16, 2024, 08:40 AM
Farmers Protest: चंडीगढ़ में करीब 5 घंटे की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं की बातचीत खत्म हुई. किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच बातचीत बेशक हुई लेकिन किसी भी चीज पर फिलहाल सहमति नहीं बनी. हालांकि, कई बिंदुओं पर बातचीत को आगे बढ़ाने और बातचीत के सकारात्मक होने के संकेत जरूर मिले हैं. रविवार को इस बारे में फिर से बैठक होगी. रविवार की बैठक तक शंभू बॉर्डर पर किसान आगे नहीं बढ़ेंगे. वहीं, हरियाणा पुलिस और पैरामिलिट्री की तरफ से भी सीजफायर पर सहमति बनी है.

किसानों के साथ हुई बैठक पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, ”बहुत ही अच्छे माहौल में सकारात्मक चर्चा हुई है और किसान संगठनों ने जिन विषयों पर ध्यान आकर्षित करवाया है, उसे संज्ञान में लेते हुए विस्तारपूर्वक चर्चा को अगली तारीख, यानि रविवार को शाम 6 बजे फिर से चर्चा को जारी रखेंगे.” बता दें, इस मीटिंग में अर्जुन मुंडा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल रहे. इसके अलावा पंजाब के सीएम भगवंत मान भी बैठक में शामिल रहे.

पंजाब सीएम ने बताया कौन-कौन से मुद्दे बैठक में उठाए

पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बताया कि बैठक में कई मुद्दों पर लंबी चर्चा हुई. पंजाब का किसान इस मामले में बहुत ज्यादा प्रभावित है. इसलिए प्रदेश का मुखिया होने के नाते मेरा फर्ज बनता था कि मैं इस बैठक में उनका पक्ष रखूं. बैठक में सभी मुद्दों पर पॉजिटिव बातचीत हुई. पंजाब सरकार से जुड़े जो मुद्दे हैं, खासतौर पर हमारे तीन जिलों में केंद्र सरकार ने इंटरनेट बंद करवा दिया है, उसे भी हमने मीटिंग में उठाया. बच्चों की परीक्षाएं हैं. ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई करने में उन्हें परेशानी हो रही है. हमने बैठक में पूछा कि किसान तो बॉर्डर पर बैठे हैं, ऐसे में हमारे इलाकों में इंटरनेट बंद करने की क्या जरूरत थी?

सीएम ने कहा, हमने पंजाब की सीमा में हमारे किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े जाने पर भी आपत्ति दर्ज की है. कहा है कि हमारे किसानों के साथ बेगानों की तरह व्यवहार ना किया जाए. अगली मीटिंग रविवार को होगी. प्रदेश का मुखिया होने के नाते मैंने पंजाब के किसानों और केंद्र सरकार के बीच बैठक करवाई है और दोनों की बातचीत को आगे बढ़वा रहा हूं. आज (गुरुवार) की बातचीत बहुत पॉजिटिव रही और उम्मीद है कि रविवार की बातचीत भी पॉजिटिव जाएगी.

एमएसपी, नकली बीज और पेस्टिसाइड बिकने का मुद्दा उठाया

उन्होंने आगे कहा, ”लखीमपुर खीरी के घायलों को मुआवजा देने समेत किसानों पर दर्ज केस और एमएसपी समेत अन्य सभी मुद्दों पर पॉजिटिव चर्चा हुई. पंजाब में नकली बीज और पेस्टिसाइड बिकने का मुद्दा मैंने उठाया. जो दवाई विदेश में कई सालों पहले बंद हो चुकी हैं वो अभी भी पंजाब में अभी भी बिक रही हैं. हम डीलर को तो पकड़ लेते हैं लेकिन दवा बनाने वाले कानून से दूर रहते हैं. उम्मीद है कि हम रविवार को आपको सकारात्मक खबर दे पाएंगे.”