- भारत,
- 14-Apr-2025 09:31 AM IST
Vinesh Phogat News: हरियाणा की राजनीति में इन दिनों एक नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है—जुलाना से कांग्रेस विधायक और ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट। हाल ही में हरियाणा सरकार की ओर से उन्हें 4 करोड़ रुपए की राशि और एक प्लॉट देने की घोषणा हुई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। सवाल उठे, ट्रोलिंग शुरू हुई और आलोचनाओं की बाढ़ आ गई। लेकिन विनेश फोगाट चुप बैठने वालों में से नहीं हैं।
ट्रोलर्स को करारा जवाब
सोशल मीडिया पर अपनी बेबाकी के लिए मशहूर विनेश ने फेसबुक पोस्ट के जरिए ट्रोलर्स को सीधा जवाब दिया। उन्होंने लिखा—
“2 रुपए लेकर ट्वीट करने वालों और फ्री का ज्ञान बांटने वालों… ध्यान से सुनो, अब तक करोड़ों के ऑफर ठुकरा चुकी हूं। सॉफ्ट ड्रिंक्स से लेकर ऑनलाइन गेमिंग तक, कभी अपने उसूलों का सौदा नहीं किया।”
यह सिर्फ एक प्रतिक्रिया नहीं थी, बल्कि अपने संघर्ष और सिद्धांतों पर आधारित जिंदगी का ऐलान था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो कुछ हासिल किया है, वह मेहनत और ईमानदारी से किया है, और उसी पर उन्हें गर्व है।
"हक छीना नहीं जाता, जीता जाता है"
विनेश ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा,
“मैं उस धरती की बेटी हूं, जहां आत्मसम्मान मां के दूध में घुला होता है। मैंने अपने पूर्वजों से सीखा है—हक छीना नहीं जाता, जीता जाता है।”
उनके इन शब्दों में ना सिर्फ आत्मविश्वास झलकता है, बल्कि एक संदेश भी है कि संघर्ष करने वालों को किसी के रहम की ज़रूरत नहीं होती।
फोगाट बनाम फोगाट: पारिवारिक विवाद भी सुर्खियों में
इस पूरे विवाद में एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब उनकी चचेरी बहन और बीजेपी नेत्री बबीता फोगाट ने भी टिप्पणी की। बबीता ने कहा कि अगर उन्हें भी ऐसी सुविधाएं 15 साल पहले मिली होतीं, तो शायद वे खेल छोड़ने को मजबूर नहीं होतीं।
बबीता की इस बात को विनेश ने हल्के में नहीं लिया। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर तीखा जवाब देते हुए लिखा—
“अब तो आप चुप रहो। कोने में बैठो और वो करो, जिसमें तुम सबसे अच्छे हो... रोओ, रोओ, रोओ!”
एक नया अध्याय या पुराने रिश्तों की दरार?
यह विवाद अब सिर्फ एक सरकारी घोषणा का मामला नहीं रह गया। यह खेल, राजनीति और पारिवारिक रिश्तों का जटिल संगम बन चुका है। जहां एक तरफ विनेश फोगाट अपनी रीढ़ और आत्म-सम्मान के साथ खड़ी हैं, वहीं दूसरी तरफ बबीता फोगाट की टिप्पणी इस बात का संकेत देती है कि फोगाट बहनों के बीच की दरार भविष्य में और गहरी हो सकती है।