Haryana Election 2024 / प्रियंका गांधी पहुंची विनेश के लिए चुनाव प्रचार करने, बोलीं- भाजपा को हटाना है

प्रियंका गांधी ने हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया। जुलाना में ओलंपिक पहलवान विनेश फोगाट के लिए प्रचार करते हुए, उन्होंने रोजगार, किसान कल्याण और अन्य मुद्दों पर सरकार की आलोचना की। प्रियंका ने कहा कि यह लड़ाई "दुष्टों और अन्याय" के खिलाफ है।

Vikrant Shekhawat : Oct 02, 2024, 08:55 PM
Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रियंका गांधी बुधवार को हरियाणा पहुंची। इस दौरान उन्होंने 5 अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का आह्वान किया और कहा कि यह लड़ाई "दुष्टों, अन्याय और असत्य" के खिलाफ है। दरअसल प्रियंका गांधी जुलाना में अपनी पार्टी की उम्मीदवार और ओलंपिक पहलवान विनेश फोगाट के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने रोजगार, अग्निवीर, किसान कल्याण समेत मुद्दों पर भाषण देते हुए राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी ने हर स्तर पर लोगों के साथ धोखा किया है।

प्रियंका गांधी ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना

प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कुरुक्षेत्र की लड़ाई और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ लड़ाई जैसा मौका फिर आ गया है। आज ये लड़ाई आपकी है, जो अन्याय, असत्य और दुष्टों के खिलाफ है। आपको खड़ा होना होगा, अपने अंदर झांकना होगा और देखना होगा कि क्या हो रहा है। प्रियंका गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार केवल मुट्ठीभर उद्योगपतियों के लाभ के लिए काम करती है। उन्होंने आगे कहा कि रोजगार पैदा करने में केदं्र सरकार असमर्थ है, क्योंकि इस सरकार ने सबकुछ अंबानी-अदाणी को दे दिया है।

केंद्र और राज्य सरकार पर प्रियंका गांधी के हमला

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सभी बंदरगाह, हवाई अड्डे, भूमि बड़े उद्योगपतियों को दे दिए गए हैं। किसानों के लिए रोजगार के अवसर पैदा नहीं हो सकते हैं। उन्होंने अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अग्निवीरों को चार साल की सेवा के बाद फिर से रोजगार तलाशनी होगी और उन्हें पेंशन भी नहीं मिलेगा। ये वो हैं जो मोदी जी ने आपको दिया है। उन्होंने आगे कहा कि 10 साल तक आपको गुमराह किया गया। किसान, जवान, पहलवान, महिलाओं सभी 10 साल से अन्याय देख रहे हैं। मोदी ने दिल्ली की सीमाओं पर बैठे प्रदर्शनकारी किसानों से मिलने के लिए 5 मिनट बार आने की जहमत नहीं उठाई।