AajTak : Sep 20, 2020, 07:39 AM
हरियाणा सरकार ने भारतीय किसान यूनियन और कुछ अन्य संगठनों द्वारा 20 सितंबर, 2020 को 12 बजे से 3 बजे के बीच किए गए सड़क रोकने के राज्यव्यापी आह्वान के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए और नागरिकों को किसी तरह की असुविधा से बचाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सभी उपायुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस अधीक्षकों को आयोजकों से बात करके शांतिपूर्ण विरोध सुनिश्चित करने को कहा गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आयोजकों को सलाह दी गई है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण व कानूनी तरीके से दर्ज कराएं और राष्ट्रीय तथा राज्य राजमार्गों को रोकने से बचें ताकि यात्रियों या आमजन को असुविधा न हो।उन्होंने बताया कि सभी कार्यकारी मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जिलों में मौजूद रहें और अवकाश पर न जाएं। कार्यकारी मजिस्ट्रेट को उनके पुलिस समकक्षों के साथ ऐसे सभी स्थानों पर तैनात किया जाना चाहिए, जहां प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा हो सकता है। इसके अलावा, नागरिकों के बीच विश्वास की भावना पैदा करने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ शनिवार यानी 19 सितंबर से राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों और महत्वपूर्ण सड़कों की संयुक्त गश्त की जाए।उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ विनम्रता और धैर्य से पेश आया जाए। हालांकि, उन्हें कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि रविवार यानी 20 सितंबर को किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए गृह सचिव के नियंत्रण कक्ष (0172-2711925) पर संपर्क किया जा सकता है।प्रवक्ता ने बताया कि गृह विभाग द्वारा पुलिस महानिदेशक, सभी मंडल आयुक्तों, पुलिस रेंज के सभी पुलिस महानिरीक्षकों, उपायुक्तों, जिला मजिस्ट्रेट, पंचकूला, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पुलिस आयुक्तों और सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को इन निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।चंडीगढ़ में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से गृह सचिव विजयवर्धन पूरे प्रदेश पर नजर रखेंगे। कहीं पर भी गड़बड़ी होने की स्थिति में कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 01722711925 पर सूचना दी जा सकती है।
सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आयोजकों को सलाह दी गई है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण व कानूनी तरीके से दर्ज कराएं और राष्ट्रीय तथा राज्य राजमार्गों को रोकने से बचें ताकि यात्रियों या आमजन को असुविधा न हो।उन्होंने बताया कि सभी कार्यकारी मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जिलों में मौजूद रहें और अवकाश पर न जाएं। कार्यकारी मजिस्ट्रेट को उनके पुलिस समकक्षों के साथ ऐसे सभी स्थानों पर तैनात किया जाना चाहिए, जहां प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा हो सकता है। इसके अलावा, नागरिकों के बीच विश्वास की भावना पैदा करने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ शनिवार यानी 19 सितंबर से राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों और महत्वपूर्ण सड़कों की संयुक्त गश्त की जाए।उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ विनम्रता और धैर्य से पेश आया जाए। हालांकि, उन्हें कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि रविवार यानी 20 सितंबर को किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए गृह सचिव के नियंत्रण कक्ष (0172-2711925) पर संपर्क किया जा सकता है।प्रवक्ता ने बताया कि गृह विभाग द्वारा पुलिस महानिदेशक, सभी मंडल आयुक्तों, पुलिस रेंज के सभी पुलिस महानिरीक्षकों, उपायुक्तों, जिला मजिस्ट्रेट, पंचकूला, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पुलिस आयुक्तों और सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को इन निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।चंडीगढ़ में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से गृह सचिव विजयवर्धन पूरे प्रदेश पर नजर रखेंगे। कहीं पर भी गड़बड़ी होने की स्थिति में कंट्रोल रूम के टेलीफोन नंबर 01722711925 पर सूचना दी जा सकती है।