देश / भारत में मुस्लिमों की प्रजनन दर घट रही है, कभी बहुसंख्यक नहीं बन सकते: दिग्विजय सिंह

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि यह झूठ फैलाया जा रहा है कि एक से अधिक शादियां कर मुस्लिम भारत में अपनी जनसंख्या बढ़ाएंगे और हिंदुओं को पछाड़कर बहुसंख्यक बन जाएंगे। बकौल सिंह, ऐसा कभी नहीं हो सकता क्योंकि उनकी प्रजनन दर घट रही है। उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को इसपर बहस के लिए चुनौती दी।

Vikrant Shekhawat : Sep 08, 2021, 11:42 AM
इंदौर: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को खुली चुनौती दी है। देश में अल्पसंख्यकों के बहुसंख्यक बनने संबंधी भागवत के बयान पर पलटवार करते हुए दिग्विजय ने कहा है कि यह कभी संभव नहीं है और इस मुद्दे पर वे भागवत से लेकर आरएसएस के छोटे प्रचारकों को भी सार्वजनिक बहस की चुनौती देते हैं।

मंगलवार को इंदौर में कांग्रेस, वामपंथी दलों और श्रमिक संगठनों की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित "साम्प्रदायिक सद्भाव सम्मेलन" को संबोधित करते हुए दिग्विजय ने भारत में अल्पसंख्यक मुसलमान समुदाय की प्रजनन दर गिरने का दावा भी किया। उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिमों की आबादी इस कदर कभी नहीं बढ़ सकती कि वे हिंदुओं को पीछे छोड़ते हुए बहुसंख्यक बन जाएं। उन्होंने आरएसएससे जुड़े लोगों पर इस विषय में दुष्प्रचार का आरोप भी लगाया।

आरएसएस पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह गलत प्रचार किया जाता है कि बहुविवाह के जरिये लगातार आबादी बढ़ाए जाने से अगले 10 साल के भीतर देश में मुसलमान अल्पसंख्यक से बहुसंख्यक हो जाएंगे, जबकि हिंदू बहुसंख्यक से अल्पसंख्यक रह जाएंगे। उन्होंने कहा, "मैं भागवत से लेकर संघ के छोटे प्रचारकों तक को इस विषय पर सार्वजनिक बहस की चुनौती देता हूं। मैं प्रमाणित कर दूंगा कि देश में मुसलमान बहुसंख्यक कभी नहीं हो सकते।"

दिग्विजय ने कहा, "देश के मुसलमान समुदाय में जन्म दर घटती जा रही है। वैसे भी महंगाई के इस जमाने में आम शौहर के लिए एक बीवी और उससे जन्मे बच्चों को पालन-पोषण तक मुश्किल हो रहा है। ऐसे में भला कौन मुसलमान चार बीवियां और उनसे जन्मे बच्चे पाल सकता है?"

दिग्विजय ने संघ और बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "रावण के 10 मुंह थे और उसके अलग-अलग मुहों से अलग-अलग बातें होती थीं। यही हालत संघ और भाजपा की है। एक तरफ, संघ के कार्यकर्ता जहर उगलते हैं। दूसरी तरफ, संघ प्रमुख भागवत कहते हैं कि हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है।" उन्होंने संघ प्रमुख से सवाल किया कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?"

दिग्विजय ने संघ और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि ब्रिटिश हुकूमत की "फूट डालो और राज करो" की नीति की तरह देश में झूठ और भ्रम फैलाकर हिंदुओं और मुसलमानों को बांटा जा रहा है।

कांग्रेस नेता ने उत्तर प्रदेश के चूड़ी विक्रेता तसलीम अली को इंदौर में भीड़ में शामिल लोगों द्वारा पीटे जाने की घटना का हवाला देते हुए कहा, "यह संघ की मानसिकता है। ये लोग कमजोर व्यक्ति पर हमला करते हैं और मजबूत आदमी पर हमला नहीं करते।" उन्होंने आगे कहा, "तसलीम अली को पहले तो पीटा गया, फिर उसी को (एक नाबालिग बच्ची के लैंगिक उत्पीड़न की शिकायत पर) आरोपी बना दिया गया। पुलिस को इस व्यक्ति पर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का ख्याल तीन दिन बाद आया।"