Vikrant Shekhawat : Aug 13, 2023, 11:50 PM
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले लेटर को लेकर हंगामा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व सीएम कमलनाथ सहित कई अन्य नेताओं के ट्विटर अकाउंट के संचालकों के खिलाफ केस होने के बाद रविवार को पार्टी के कार्यकर्ता और नेता सड़क पर उतर गए. राज्य के अलग-अलग जिलों में उन्होंने विरोध प्रदर्शन भी किया.एमपी कांग्रेस के मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष केके मिश्रा ने दावा किया है कि प्रियंका गांधी, कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और जयराम रमेश के खिलाफ राज्य के 41 जिलों में केस दर्ज किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य का क्राइम ब्रांच बीजेपी की इकाई बन गया है. शनिवार को इंदौर पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज होने की जानकारी भी दी.पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, ज्ञानेंद्र अवस्थी नामक शख्स ने सोशल मीडिया पर कथित रूप से फर्जी लेटर को वायरल किया था. जिसमें कहा गया था कि राज्य के ठेकेदारों से 50 फीसदी कमीशन लिया जा रहा है. हालांकि, बाद में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक सभा में लेटर का जिक्र करते हुए उसे फर्जी बताया.कांग्रेस ने बताया मौलिक अधिकारों का हननबता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और कांग्रेस नेता दावा कर रहे हैं कि इस चुनाव में उनकी पार्टी विजयी होकर सत्ता में आएगी. कांग्रेस नेता मिश्रा ने आगे कहा कि राज्य सरकार संविधान के तहत दिए गए अभिव्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पीछे नहीं हटने वाली है और आने वाले दिनों में ढाई साल में हुए घोटालों की सूची जारी करेगी.दरअसल, मध्य प्रदेश की राजनीति में उस समय भूचाल आ गया जब सोशल मीडिया पर यह लेटर वायरल हुआ. एक के बाद एक कांग्रेस नेताओं इसके सहारे शिवराज सिंह सरकार को घेरने का प्रयास किया. खुद प्रियंका गांधी ने अखबार की एक कटिंग को अपने ट्विटर पर शेयर करते हुए हमला बोला था.