Vikrant Shekhawat : Jul 21, 2021, 04:31 PM
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच अब बर्ड फ्लू का खतरा भी मंडरा रहा है। दिल्ली के एम्स अस्पताल में एक 12 साल के बच्चे की बर्ड फ्लू की वजह से मौत हो गई है। ये देश में बर्ड फ्लू की वजह से इंसान की मौत का पहला मामला माना जा रहा है।
बर्ड फ्लू से पहली मौतबर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) भी कहा जाता है। इस बीमारी का वैज्ञानिक नाम H5N1 है। आम तौर पर ये बीमारी पक्षियों में एक से दूसरे को फैलती है। रेयर केस में पक्षियों के संपर्क में रहने वाले लोगों को ये बीमारी हो सकती है। हालांकि भारत में अभी तक बर्ड फ्लू से इंसान की मौत का कोई केस नहीं था। ऐसे में इस मामले के सामने आने के बाद आम लोगों के लिए सावधान होना जरूरी है।
एम्स में चल रहा था इलाज12 साल का बच्चा हरियाणा का रहने वाला था। बच्चे को 2 जुलाई को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। शुरुआत में इसे ल्यूकीमिया यानी कैंसर और साथ में निमोनिया की शिकायत थी। फेफड़ों की इस बीमारी में सांस लेने में तकलीफ होती है। बच्चे का कोविड टेस्ट नेगेटिव आया। इसके बाद शक होने पर बच्चे के सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में भेजा गया, जहां से बच्चे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हई है।10 लोगों को क्वारंटीन किया गया12 जुलाई को बच्चे की मृत्यु होने के बाद एम्स में बच्चे के संपर्क में आए अस्पताल स्टाफ के 10 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया है। बच्चे के गांव में दिल्ली के नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल की टीम भेज दी गई है। बच्चे को बर्ड फ्लू कैसे हुआ, इसकी सही जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।देश में बर्ड फ्लू (Bird flu in India) के मामले पिछले साल के अंत में सामने आए थे। दिल्ली के साथ-साथ केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात जैसे कई राज्यों में ये मामले देखे गए थे। हालांकि वो H5N8 का संक्रमण था और तब उस संक्रमण से इंसान प्रभावित नहीं हुए थे।इन बातों का रखें ख्यालपके हुए नॉन वेज खाने से बर्ड फ्लू के फैलने का खतरा नहीं होता, लेकिन मानसून के मौसम में अगर खाना साफ-सुथरा नहीं है, तो उसमें बीमारियां तेजी से पनपती हैं, इसलिए सावधान रहना जरूरी है।
बर्ड फ्लू से पहली मौतबर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) भी कहा जाता है। इस बीमारी का वैज्ञानिक नाम H5N1 है। आम तौर पर ये बीमारी पक्षियों में एक से दूसरे को फैलती है। रेयर केस में पक्षियों के संपर्क में रहने वाले लोगों को ये बीमारी हो सकती है। हालांकि भारत में अभी तक बर्ड फ्लू से इंसान की मौत का कोई केस नहीं था। ऐसे में इस मामले के सामने आने के बाद आम लोगों के लिए सावधान होना जरूरी है।
एम्स में चल रहा था इलाज12 साल का बच्चा हरियाणा का रहने वाला था। बच्चे को 2 जुलाई को दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। शुरुआत में इसे ल्यूकीमिया यानी कैंसर और साथ में निमोनिया की शिकायत थी। फेफड़ों की इस बीमारी में सांस लेने में तकलीफ होती है। बच्चे का कोविड टेस्ट नेगेटिव आया। इसके बाद शक होने पर बच्चे के सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में भेजा गया, जहां से बच्चे में बर्ड फ्लू की पुष्टि हई है।10 लोगों को क्वारंटीन किया गया12 जुलाई को बच्चे की मृत्यु होने के बाद एम्स में बच्चे के संपर्क में आए अस्पताल स्टाफ के 10 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया है। बच्चे के गांव में दिल्ली के नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल की टीम भेज दी गई है। बच्चे को बर्ड फ्लू कैसे हुआ, इसकी सही जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।देश में बर्ड फ्लू (Bird flu in India) के मामले पिछले साल के अंत में सामने आए थे। दिल्ली के साथ-साथ केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात जैसे कई राज्यों में ये मामले देखे गए थे। हालांकि वो H5N8 का संक्रमण था और तब उस संक्रमण से इंसान प्रभावित नहीं हुए थे।इन बातों का रखें ख्यालपके हुए नॉन वेज खाने से बर्ड फ्लू के फैलने का खतरा नहीं होता, लेकिन मानसून के मौसम में अगर खाना साफ-सुथरा नहीं है, तो उसमें बीमारियां तेजी से पनपती हैं, इसलिए सावधान रहना जरूरी है।