Vikrant Shekhawat : Jun 11, 2021, 05:56 PM
लंदन: ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने शुक्रवार को ऐलान किया कि उनका देश कोरोनावायरस (Coronavirus) से लड़ने के लिए 10 वैक्सीन डोज दान करेगा. ये वैक्सीन (Vaccine) अगले साल तक मुहैया करा दी जाएंगी. दूसरी तरफ, शुक्रवार से शुरू हो रहे जी7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) से पहले सात देशों वाला ये समूह दुनिया को एक अरब वैक्सीन डोज साझा करने का संकल्प लेने वाला है. इसमें से आधी खुराक अमेरिका की तरफ से दान दी जाएंगी. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा है कि उनका देश 50 करोड़ वैक्सीन खरीद कर दुनिया को दान देने जा रहा है.ब्रिटिश पीएम ने कहा कि ब्रिटेन के सफल वैक्सीनेशन प्रोग्राम के परिणामस्वरूप अब हम उस स्थिति में हैं, जहां हम अन्य देशों के साथ वैक्सीन को साझा कर सकें. जॉनसन का ये ऐलान जी7 शिखर सम्मेलन से ठीक पहले आया है, जिसकी शुरुआत आज यानी कि शुक्रवार से हो रही है. इस शिखर सम्मेलन का आयोजन ब्रिटेन के कॉर्नवाल (Cornwall) में किया जा रहा है. पिछले हफ्ते बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन के जी7 सहयोगी मुल्कों-अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, इटली, जर्मनी और जापान, से कहा था कि वे अगले साल के आखिर तक पूरी दुनिया को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखें.50 करोड़ वैक्सीन डोज दान करेगा अमेरिकावहीं, सात राष्ट्रों का समूह जी7 पूरी दुनिया के साथ कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन की कम से कम एक अरब डोज साझा करने का संकल्प लेगा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यह घोषणा की है. इनमें से करीब आधी खुराकें अमेरिका दान देगा जबकि 10 करोड़ डोज ब्रिटेन की ओर से दी जाएंगी. इससे कुछ घंटे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 50 करोड़ डोज दान देने का संकल्प लिया था और व्यापक एवं तीव्र गति से वैक्सीनेशन करने की खातिर सम्पन्न देशों से समन्वित प्रयास करने को कहा था.वैक्सीन असमानता की वजह से जी7 पर बढ़ा दबावजॉनसन के कार्यालय की ओर से बताया गया कि पहली पांच करोड़ डोज आगामी हफ्तों में दी जाएंगी जबकि बाकी की खेप अगले वर्ष देंगे. उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि जी7 शिखर सम्मेलन में मेरे साथी नेता इसी तरह के संकल्प लेंगे और हम मिलकर अगले वर्ष के अंत तक पूरे विश्व का टीकाकरण कर सकेंगे. इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने अमेरिका के संकल्प का स्वागत करते हुए कहा था कि यूरोप को भी ऐसा ही कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि साल के अंत तक फ्रांस कम से कम तीन करोड़ डोज दान देगा. दरसअल, दुनियाभर में वैक्सीन की आपूर्ति में असमानताओं के मद्देनजर जी7 नेताओं पर वैश्विक वैक्सीन साझा कार्यक्रम की रूपरेखा बताने का दबाव बढ़ता जा रहा है.