Vikrant Shekhawat : Jun 12, 2021, 04:02 PM
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक शादी समारोह में हाथी ने ऐसा तांडव मचाया कि उसे नियंत्रित करने वाले महावत की दर्दनाक मौत हो गई। हालात इतने खराब हो गए कि बग्गी पर बैठे दूल्हे ने उससे कूद कर अपनी जान बचाई। प्रयागराज के नारायणपुर में 11 जून को शादी थी जिसमें रात को बारात पहुंची। इस दौरान शादी में मौजूद हाथी बेकाबू हो गया। गुस्साए हाथी ने ना सिर्फ शादी स्थल को बर्बाद कर दिया बल्कि कई घरों को भी भारी नुकसान पहुंचाया
इस दौरान जब महावत ने उसे नियंत्रित करने की कोशिश की तो गुस्साए हाथी ने उसे भी नहीं बख्शा और उसकी वहीं दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद हाथी उस रथ की तरफ बढ़ने लगा जिस पर दूल्हा सवार था।हाथी को अपने करीब आता देखकर बग्गी से कूदकर दूल्हे देव आनंद त्रिपाठी ने अपनी जान बचाई। वहीं दूसरी तरफ रथ वाले ने घोड़े को रथ से अलग कर दिया ताकि हाथी उसे नुकसान ना पहुंचा दे।हाथी के इस तांडव की सूचना मिलने के बाद तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से हाथी को नियंत्रित कर वहां से भगाया।बता दें कि शादी स्थल पर शोभा बढ़ाने के लिए हाथी और घोड़े लाए गए थे। बारात और भीड़ को देखकर अचानक गजराज क्रोधित हो गए और जनवासे में लगे टेंट और कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा दिया। हाथी इतने गुस्से में था कि उसने शादी के मंडप तक नहीं छोड़ा और उसे बर्बाद कर दिया।
इस दौरान जब महावत ने उसे नियंत्रित करने की कोशिश की तो गुस्साए हाथी ने उसे भी नहीं बख्शा और उसकी वहीं दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद हाथी उस रथ की तरफ बढ़ने लगा जिस पर दूल्हा सवार था।हाथी को अपने करीब आता देखकर बग्गी से कूदकर दूल्हे देव आनंद त्रिपाठी ने अपनी जान बचाई। वहीं दूसरी तरफ रथ वाले ने घोड़े को रथ से अलग कर दिया ताकि हाथी उसे नुकसान ना पहुंचा दे।हाथी के इस तांडव की सूचना मिलने के बाद तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों की मदद से हाथी को नियंत्रित कर वहां से भगाया।बता दें कि शादी स्थल पर शोभा बढ़ाने के लिए हाथी और घोड़े लाए गए थे। बारात और भीड़ को देखकर अचानक गजराज क्रोधित हो गए और जनवासे में लगे टेंट और कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा दिया। हाथी इतने गुस्से में था कि उसने शादी के मंडप तक नहीं छोड़ा और उसे बर्बाद कर दिया।