TEAM INDIA / गौतम गंभीर ने BCCI को लगाई लताड़, इस बात को लेकर मच गया बवाल

भारतीय क्रिकेट टीम आज के समय में दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम मानी जाती है, जिसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत है. हर एक स्थान के लिए भारत के पास खिलाड़ियों की भरमार है. टीम इंडिया में एक ऐसी कमजोरी भी है, जिसको टीम इंडिया छुपाने से भी नहीं छुपा सकती. वो कमजोरी है टीम में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की. टीम इंडिया लंबे समय एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी महसूस कर रही है.

Vikrant Shekhawat : Feb 02, 2022, 12:26 PM
भारतीय क्रिकेट टीम आज के समय में दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम मानी जाती है, जिसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है कि टीम इंडिया की बेंच स्ट्रेंथ काफी मजबूत है. हर एक स्थान के लिए भारत के पास खिलाड़ियों की भरमार है. टीम इंडिया में एक ऐसी कमजोरी भी है, जिसको टीम इंडिया छुपाने से भी नहीं छुपा सकती. वो कमजोरी है टीम में एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की. टीम इंडिया लंबे समय एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की कमी महसूस कर रही है. 

गंभीर ने भारतीय BCCI को लगाई लताड़

जिसपर अब पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भारतीय BCCI को लताड़ लगाते हुए कहा कि टीम इंडिया को अब ऑलराउंडर ढूंढना बंद कर देना चाहिए. भारत ने पिछले तीन वर्षों में हार्दिक पांड्या के चोटों से जूझने के साथ सीमित ओवरों और टेस्ट क्रिकेट में ऑलराउंडर के तौर पर कई खिलाड़ियों को आजमाया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी. यही कारण है कि गंभीर चाहते हैं कि जो आपके पास है, उसी से काम चलाओ.

गौतम गंभीर की BCCI दो टूक

गौतम गंभीर ने साफ शब्दों में BCCI से कहा, 'जो चीज आपके पास नहीं है, तो उसके पीछे जाना छोड़ देना चाहिए. आपको यह मान कर आगे बढ़ना चाहिए. वह बनाने की कोशिश मत करो जो तुम नहीं बना सकते. सारी दिक्कत की जड़ ही यही है. हम हमेशा यह बात करते हैं कि कपिल देव के बाद हमारे पास ऑलराउंडर नहीं है'. गंभीर को लगता है कि समय आ गया है कि बीसीसीआई इसे स्वीकार करे और घरेलू और इंडिया-ए स्तर पर युवाओं को तैयार करने के तरीके ढूंढे.

ऑलराउंडर की खोज यहां से होगी पूरी

गौतम गंभीर ने कहा, मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट किसी को तैयार करने के लिए नहीं, बल्कि प्रदर्शन करने के लिए है. ग्रूमिंग डोमेस्टिक और इंडिया ए लेवल में होती है. जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो आपको वहां जाने और सीधे प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहना चाहिए. इसलिए आगे बढ़ें और रणजी ट्रॉफी में लोगों को विकसित करने का प्रयास करें और एक बार जब वे तैयार हो जाएं, तो उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ले जाएं और उनके साथ बने रहें. उन्हें जल्दी से मत बदलो. हमने देखा है कि विजय शंकर, शिवम दुबे और अब वेंकटेश अय्यर जैसे कई लोगों को ज्यादा मौके नहीं दे पाए.

ऑलराउंडर के इतिहास में कमजोर भारत

कपिल देव के बाद इरफान पठान ने एक तेंज गेंदबाज ऑलराउंडर के तौर पर टीम में लंबे समय तक अहम भूमिका निभाई. उनके बाद हार्दिक पांड्या ने यह जिम्मेदारी उठाई हालांकि तीन साल पहले कमर में लगी चोट के कारण वह गेंदबाजी नहीं कर पाए हैं. इसके बाद से टीम कई खिलाड़ियों में इसकी तलाश करती रही लेकिन कोई अच्छा विकल्प सामने नहीं आया. 

वेंकटेश अय्यर पर गौतम दिखे गंभीर

वेंकटेश अय्यर को साउथ अफ्रीका दौरे के लिए बतौर ऑलराउंडर चुना गया था. वनडे सीरीज में बतौर ऑलराउंडर उन्हें शामिल किया गया. लेकिन अब अय्यर को अब 6 फरवरी से शुरू होने वाली वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है. गंभीर ने इस फैसले पर भी सवाल उठाया और कहा, 'कहा कि एक बार किसी खिलाड़ी का चयन हो जाने के बाद उसे ज्यादा से ज्यादा मौके देने होते हैं'.