देश / सीडीएस रावत व उनकी पत्नी सहित अन्य मृतकों के शव के आज शाम तक दिल्ली पहुंचने की संभावना

एएनआई के मुताबिक, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य जवानों के पार्थिव शरीर के गुरुवार शाम तक नई दिल्ली पहुंचने की संभावना है। गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर बुधवार को तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका सहित 13 लोगों की मौत हो गई।

Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2021, 07:19 AM
नई दिल्ली: तमिलनाडु में कनुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर आज दिल्ली लाया जाएगा। बिपिन रावत के साथ-साथ इस हादसे में मारी गईं उनकी पत्नी मधुलिका का पार्थिव शरीर भी दिल्ली लाया जाएगा। बताया जा रहा है कि पार्थिव शरीर को उनके घर पर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक रखा जाएगा। जहां लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। जनरल रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक जनरल और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी में किया जा सकता है।

इधर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद के दोनों सदनों को आज इस हेलिकॉप्टर हादसे पर अपनी बात विस्तृत रूप से रखेंगे। जनरल बिपिन रावत के गृह राज्य उत्तराखंड में सरकार ने 3 दिनों के राजकीय शोक का ऐलान कर दिया है। देश के पहले सीडीएस (प्रधान रक्षा अध्यक्ष) तमिलनाडु के वेल्लिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज़ स्टाफ कॉलेज जा रहे थे, जहां उन्हें संकाय सदस्यों और छात्र अधिकारियों को संबोधित करना था, लेकिन हेलीकॉप्टर रास्ते में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। 

बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 11 अन्य लोगों की तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मौत पर पीएम, राष्ट्रपति और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत अन्य कई बड़ी हस्तियों ने शोक जाहिर की है। जनरल बिपिन रावत के निधन पर यूनाइटेड स्टेट, रूस, चीन और पाकिस्तान ने भी अपनी संवेदना प्रकट की है।

भारतीय वायुसेना ने इस हेलिकॉप्टर हादसे की जांच के आदेश दिये हैं ताकि यह पता चल सके कि हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार कैसे हुआ? शुरुआती रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि कमजोर विजिब्लिटी इस हादसे की वजह हो सकती है। जिस Mi17V5 हेलिकॉप्टर में सीडीएस, उनकी पत्नी और सेना से जुड़े अहम सदस्य सवार थे उसे एडवांस मिलिट्री चॉपर की श्रेणी में रखा जाता है। इस चॉपर को विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान उड़ा रहे थे।