India-China Rift / चीन से जारी तनाव पर विपक्षी दलों के साथ बंद दरवाजे के पीछे बैठक कर सकती है सरकार

केंद्र सरकार की ओर से चीन से वास्‍तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद में जानकारी दी। इस बीच सरकार ने कुछ विपक्षी नेताओं को यह भी संकेत दिए हैं कि वो चीन के मुद्दे पर बंद दरवाजे के पीछे एक बैठक भी कर सकती है। इसमें विपक्षी पार्टियों को इस पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी

News18 : Sep 16, 2020, 07:46 AM
नई दिल्‍ली। केंद्र सरकार की ओर से चीन (India China Standoff) से वास्‍तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) ने मंगलवार को संसद में जानकारी दी। इस बीच सरकार ने कुछ विपक्षी नेताओं को यह भी संकेत दिए हैं कि वो चीन के मुद्दे पर बंद दरवाजे के पीछे एक बैठक भी कर सकती है। इसमें विपक्षी पार्टियों को इस पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी, जिसकी मांग वे उठा रही हैं। हालांकि अधिकारियों के अनुसार वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास सैन्य गतिरोध पर विपक्षी दलों को जानकारी देने संबंधी इस बैठक का फैसला अभी लिया जाना है। सरकार ने अभी तक सभी विपक्षी दलों से संपर्क नहीं किया है।

दरअसल विपक्ष की ओर से लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार संसद में इस मुद्दे पर जानकारी देने से दूर भाग रही है। ऐसे में रक्षा मंत्रालय की ओर से बंद दरवाजे के पीछे होने वाली इस बैठक में विपक्षी नेताओं को मामले की पूरी जानकारी से अवगत कराया जा सकता है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि सरकार की ओर से उनके सवालों के जवाब भी दिए जा सकते हैं।

पहचान गुप्‍त रखने की शर्त पर एक गैर एनडीए नेता ने कहा, 'एक वरिष्ठ मंत्री ने मुझे यह कहने के लिए बुलाया था कि अगर वे सहमत होते हैं तो सरकार अलग-अलग दलों के नेताओं के लिए एक संक्षिप्त बैठक के बारे में सोच रही है। प्रस्ताव अभी शुरुआती दौर में है। इस पर आगे चर्चा आवश्‍यक है।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस तरह की बैठक की उपयोगिता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'अगर समाचार पत्र चर्चा कर सकते हैं, सार्वजनिक चर्चा हो सकती है, बाकी सभी लोग चर्चा कर सकते हैं, तो भारतीय संसद ऐसी स्थिति पर चर्चा क्यों नहीं कर सकती है?'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद में भारत-चीन सीमा स्थिति पर एक बयान दिया। लेकिन विपक्षी नेताओं को उस पर किसी भी स्पष्टीकरण की अनुमति नहीं दी गई। चौधरी और शशि थरूर सहित नाराज कांग्रेस नेताओं ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने धरना दिया।