नई दिल्ली / जम्मू-कश्मीर में आज से खुलेंगे सरकारी कार्यालय, जुम्मे की नमाज के बाद मिल सकती है ढील

जम्मू-कश्मीर सरकार का सचिवालय और अन्य कार्यालय आज से काम करना आरंभ कर देंगे जबकि आमजन पर लगे प्रतिबंधों में ढील जुम्मे की नमाज के बाद की स्थिति पर निर्भर करेगी। राजभवन के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य में बृहस्पतिवार शाम सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद सरकारी सचिवालय एवं अन्य कार्यालयों में सामान्य कामकाज बहाल किए जाने का निर्देश दिया।

Dainik Bhaskar : Aug 16, 2019, 10:27 AM
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर सरकार का सचिवालय और अन्य कार्यालय आज से काम करना आरंभ कर देंगे जबकि आमजन पर लगे प्रतिबंधों में ढील जुम्मे की नमाज के बाद की स्थिति पर निर्भर करेगी। राजभवन के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य में बृहस्पतिवार शाम सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद सरकारी सचिवालय एवं अन्य कार्यालयों में सामान्य कामकाज बहाल किए जाने का निर्देश दिया। प्रवक्ता ने बताया कि सरकार जुम्मे की नमाज के दौरान हालात पर नजर रखेगी और इसी के आधार पर आम लोगों के लिए भी प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार किया जाएगा।

बता दें कि कश्मीर घाटी में स्वतंत्रता दिवस का उत्सव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली। जम्मू-कश्मीर प्रशासन के मुख्य सचिव रोहित कंसल ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस का उत्सव शांतिपूर्ण रहा और घाटी में कोई अप्रिय घटना दर्ज नहीं की गई।

कंसल ने बताया कि श्रीनगर पहले से ही रात्रिकालीन सेवा देने की क्षमता रखने वाला अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा है और यह खुशी की बात है कि बृहस्पतिवार को ही रात्रिकालीन सेवा की शुरुआत भी हो गई। 

प्रशासन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक बडगाम, पुलवामा, अवंतिपोरा, त्राल, गंदेरबल, कुलगाम, बारामुला, शोपियां, अनंतनाग और बांदीपोरा में स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाया गया। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि सशस्त्र बलों की सतत कार्रवाई से आतंकवादियों ने हार मान ली है। 

जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है। मलिक ने गुरुवार को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में तिरंगा फहराया। ध्वजारोहण के बाद उन्होंने अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की परेड का निरीक्षण किया। बाद में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि केंद्र के फैसले के बाद लोगों को अपनी पहचान को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।