Vikrant Shekhawat : Jun 16, 2021, 08:32 AM
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद जारी हिंसा को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ के कड़े व चिंताजनक रुख को लेकर सत्तारूढ़ टीएमसी ने उन पर आरोप लगाया है। मंगलवार को जारी बयान में टीएमसी ने कहा कि राज्यपाल धनखड़ ऐसा बताने का प्रयास कर रहे हैं कि राज्य में इस्राइल व फलस्तीन में युद्ध जैसे हालात हों। तृणमूल के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा कि राज्यपाल अभूतपूर्व तरीके से प्रतिदिन राज्य सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्यपाल, राज्य सरकार के विरुद्ध लगभग प्रतिदिन आधारहीन और जहरीले बयान दे रहे हैं। वह भाजपा के प्रवक्ता की तरह बोल रहे हैं। वह यह दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं जैसे बंगाल में फलस्तीन और इस्राइल सरीखा युद्ध चल रहा है।रॉय ने कहा कि यह किसी विशेष योजना के तहत किया जा रहा है। तृणमूल सांसद ने संवाददाताओं से कहा कि राज्यपाल राज्य में कानून व्यवस्था की ऐसी बदतर स्थिति दर्शाना चाहते हैं जो वास्तव में नहीं है।रॉय ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ 'साजिश' रच रही है, क्योंकि वह राज्य में विधानसभा चुनाव जीत नहीं पाई। धनखड़ की प्रस्तावित चार दिवसीय दिल्ली यात्रा के बारे में रॉय ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नहीं जानना चाहती कि राज्यपाल दिल्ली क्यों जा रहे हैं। राज्यपाल ने ट्वीट किया था कि वह मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी जाएंगे और शुक्रवार को लौटेंगे। उन्होंने नयी दिल्ली जाने का कोई विशेष कारण नहीं बताया था।सुवेंदु अधिकारी व भाजपा नेताओं ने दिया था ज्ञापनबता दें, बीते दिन भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के साथ करीब 50 नेताओं ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और राज्य के हालात को लेकर ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल धनखड़ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा नेता और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने पार्टी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ कोलकाता में राजभवन में मुलाकात की और बंगाल में हो रही कई अनुचित घटनाओं से अवगत कराया और अन्य महत्वपूर्ण मामलों पर बात की।राज्यपाल ने हाथ जोड़कर कहा था-खून से लथपथ बंगाल नहीं चाहिएपश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भाजपा के प्रतिनिधि मंडल से कहा था, 'मैं हाथ जोड़कर सभी से अपील करना चाहता हूं कि हमें खून से लथपथ बंगाल नहीं चाहिए। इस धरती पर हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा था कि जहां मन भय से मुक्त हो और मस्तक सम्मान से उठा हो। मैं जानता हूं कि यहां किसी का भी मन भय से मुक्त नहीं है।'उन्होंने कहा कि भय इतना अधिक है कि लोकतंत्र अंतिम सांस ले रहा है। मैं सरकारी अधिकारियों और मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि लोकतंत्र पनपे यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है। मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री आवश्यक कदम उठाएंगी और सरकार सकारात्मक रुख अपनाएंगी। हम बंगाल में आग नहीं लगने दे सकते। राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि राज्य का सांवैधानिक प्रमुख होने के नाते, मैं यह स्पष्ट कर दूं कि बंगाल में दल-बदल विरोधी कानून पूरी तरह से लागू है। यह देश के अन्य हिस्सों की तरह यहां भी लागू है।