हैदराबाद / आईपीएल फाइनल के दौरान खून बहता रहा फिर भी बल्लेबाजी करते रहे वॉटसन

चेन्नई के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने इंस्टाग्राम स्टोरी में वॉटसन की एक तस्वीर भी शेयर की थी। इसमें उन्होंने लिखा था, "क्‍या आपको उनके घुटने पर खून दिख रहा है। मैच के बाद उन्हें छह टांके लगे। डाइव करते समय वह चोटिल हुआ, लेकिन किसी को बिना कुछ कहे बल्‍लेबाजी करना जारी रखा।" हरभजन ने कहा, "प्रशंसकों के लिए यह फाइनल पैसा वसूल था, लेकिन हमारे लिए दिल तोड़ने वाला मैच रहा।

Live Hindustan : May 14, 2019, 11:43 AM
खेल डेस्क. आईपीएल फाइनल में रविवार को मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपरकिंग्स को हरा दिया। इस मैच में चेन्नई के लिए ओपनर शेन वॉटसन ने 80 रन की पारी खेली। वे आखिरी ओवर में रनआउट हुए। चेन्नई के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने खुलासा किया कि बल्लेबाजी के दौरान वॉटसन के घुटने से खून निकल रहा था, लेकिन वे हार नहीं माने। उन्होंने अंत तक बल्लेबाजी की। मैच के बाद वॉटसन को छह टांके लगे।

वॉटसन ने 59 गेंद की पारी में आठ चौके और चार छक्के लगाए। बल्लेबाजी के दौरान रनआउट से बचने के लिए उन्होंने डाइव लगाया था। इसी में वे चोटिल हो गए थे। वॉटसन आखिरी ओवर में आउट हो गए। उनकी टीम सिर्फ एक रन से मैच हार गई।

हरभजन ने इंस्टाग्राम स्टोरी में वॉटसन की तस्वीर शेयर की

हरभजन ने इंस्टाग्राम स्टोरी में वॉटसन की एक तस्वीर भी शेयर की थी। इसमें उन्होंने लिखा था, "क्‍या आपको उनके घुटने पर खून दिख रहा है। मैच के बाद उन्हें छह टांके लगे। डाइव करते समय वह चोटिल हुआ, लेकिन किसी को बिना कुछ कहे बल्‍लेबाजी करना जारी रखा।"मुझे अभी भी विश्‍वास नहीं हो रहा है कि हमारे साथ क्‍या हुआ: हरभजन

हरभजन ने कहा, "प्रशंसकों के लिए यह फाइनल पैसा वसूल था, लेकिन हमारे लिए दिल तोड़ने वाला मैच रहा। मुंबई को 149 रन पर रोकने के बाद लगा कि मैच हम जीत रहे। बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन नियमित अंतराल में विकेट गिरने से हम हार गए। मुझे अभी भी विश्‍वास नहीं हो रहा है कि हमारे साथ क्‍या हुआ। हम जीत के करीब थे। मगर हमें स्‍वीकार करना होगा कि मुंबई विजेता है।"

'धोनी के रन आउट वाला फैसला कठिन था'

मैच में चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को रनआउट दिए जाने के बाद विवाद हुआ था। इस पर हरभजन ने कहा, "हमारी टीम चाह रही थी कि धोनी के रनआउट का निर्णय हमारे पक्ष में हो। एक एंगल में वे आउट नजर आ रहे थे तो दूसरे में नॉट आउट। यह कठिन फैसला था। संदेह की स्थिति में ऐसे फैसले बल्लेबाजों के पक्ष में जाते हैं।"