देश / अमित शाह से मिले मनोहर लाल खट्टर और दुष्यंत चौटाला, जानिए क्या है वजह

किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला गृह मंत्रालय (एमएचए) पहुंचे। एमएचए में सीएम और डीसीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गृहमंत्री से किसान आंदोलन को लेकर बात हुई। उन्होंने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल कृषि कानूनों पर रोक लगाने के बाद एक समिति बनाई है। इन सभी मामले पर चर्चा हुई।

Vikrant Shekhawat : Jan 12, 2021, 10:32 PM
नई दिल्ली | किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला गृह मंत्रालय (एमएचए) पहुंचे। एमएचए में सीएम और डीसीएम ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गृहमंत्री से किसान आंदोलन को लेकर बात हुई। उन्होंने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल कृषि कानूनों पर रोक लगाने के बाद एक समिति बनाई है। इन सभी मामले पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि 26 जनवरी को होने वाला कार्यक्रम अच्छा होना चाहिए, क्योंकि यह एक राष्ट्रीय त्योहार है। किसानों ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आश्वासन दिया कि यह शांतिपूर्ण होगा। यह आशा की जा रही है कि वे आंदोलन बंद करेंगे और घर वापस जाएंगे. 

किसान आंदोलन की आंच अब हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार पर पड़ने लगी है। नाराज किसानों ने करनाल के कैमला गांव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की महापंचायत नहीं होने दी थी। सीएम का हैलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया, जबकि करनाल लोकसभा सीट भाजपा के पास है और खुद मुख्यमंत्री खट्टर करनाल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं। इसके बावजूद उन्हें किसानों का तगड़ा विरोध झेलना पड़ा है।

वहीं सहयोगी पार्टी जेजेपी ने साफ कहा है कि अगर सरकार कृषि कानूनों को वापसे नहीं लेती है तो गठबंधन सरकार को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। अगर किसान आंदोलन लंबा खिंचता है तो जजपा अध्यक्ष दुष्यंत चैटाला पर यह दबाव बढ़ता जाएगा कि प्रदेश में उनकी पार्टी भाजपा सरकार को समर्थन जारी रखे या वापस लेने की घोषणा करे। 

उधर, जेजेपी विधायक जोगी राम सिहाग ने कहा कि केंद्र को इन कानूनों को वापस लेना चाहिए क्योंकि हरियाणा, पंजाब और देश के किसान इन कानूनों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि हम दुष्यंत जी से आग्रह करेंगे कि हमारी भावनाओं से अमित शाह जी को अवगत करा दें।