Vikrant Shekhawat : Jun 06, 2024, 03:15 PM
Haryana Politics: हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार संकट में दिख दे रही है, जिसको लेकर सूबे में सियासी हलचल लगातार बढ़ती जा रही है. हालांकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस संकट से निकलने के लिए हर संभव कोशिश में जुटी हुई है. इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में जननायक जनता पार्टी (JJP) के दो विधायकों से मुलाकात की है, जिसके बाद सियासी गर्मी बढ़ गई है. दरअसल, प्रदेश में बीजेपी की सरकार अल्पमत में है और उसे तीन विधायकों की जरूरत है.सीएम सैनी और मनोहर लाल खट्टर ने जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा से मुलाकात की है और आगे की रणनीति पर चर्चा की है. बीजेपी इस सियासी संकट से उबरने के लिए जेजेपी के कुछ विधायकों को साधने में जुटी है. कहा जा रहा है कि दोनों विधायक बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं, जिसके बाद भी उसका नंबर बहुमत तक पहुंचता दिखाई नहीं दे रहा है.पार्टी के लिए अच्छी खबर 5 जून को आई जब करनाल सीट पर हुए उपचुनाव में सीएम नायब सिंह ने जीत हासिल की. हालांकि विपक्ष की ओर से लगातार दावे किए जा रहे थे कि इस सीट पर नायब सिंह की हार तय है. सीएम सैनी ने विपक्ष के सभी दावों का करारा जवाब देते हुए करनाल सीट से जीत दर्ज की. इस जीत के बावजूद भी पार्टी के पास विधायकों की संख्या 41 ही है.हरियाणा विधानसभा का नंबर गेमअगर बहुमत के आंकड़े की बात करें तो बीजेपी के पास 41 विधायक हैं और उसे हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा का समर्थन मिला हुआ है. ऐसे में उसके पार विधायकों की संख्या 42 हो गई है. पार्टी को बहुमत हासिल करने के लिए 45 विधायक चाहिए, जिसके लिए उसे अभी कम से कम 3 विधायक की जरूरत है. हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं, लेकिन इस समय मौजूदा सदस्यों की संख्या 88 है क्योंकि एक विधायक ने इस्तीफा दे दिया था और एक विधायक का निधन हो गया.