HARYANVI BRIDE / खुद की बारात लेकर आई हरियाणवी दुल्हन, हाथ में तलवार लिए घोड़े पर बैठकर मारी धांसू एंट्री

भारतीय दूल्हों का वेडिंग वेन्यू पर बारात के साथ घोड़े की सवारी करना एक आम परंपरा है, लेकिन हरियाणा में एक दुल्हन ने कुछ उल्टा कर दिखाया. अंबाला में एक शादी में एक दुल्हन ने घोड़े पर सवार होकर हाथ में तलवार लेकर लहराया और फिर वह दूल्हे के घर शादी करने के लिए पहुंच गई. बारात लेकर दूल्हे के घर दुल्हन प्रिया के साथ उसके माता-पिता व अन्य रिश्तेदार भी पहुंचे.

Vikrant Shekhawat : Feb 09, 2022, 08:06 PM
भारतीय दूल्हों का वेडिंग वेन्यू पर बारात के साथ घोड़े की सवारी करना एक आम परंपरा है, लेकिन हरियाणा में एक दुल्हन ने कुछ उल्टा कर दिखाया. अंबाला में एक शादी में एक दुल्हन ने घोड़े पर सवार होकर हाथ में तलवार लेकर लहराया और फिर वह दूल्हे के घर शादी करने के लिए पहुंच गई. बारात लेकर दूल्हे के घर दुल्हन प्रिया के साथ उसके माता-पिता व अन्य रिश्तेदार भी पहुंचे.

शादी में घोड़े पर चढ़कर आई दुल्हन

ज्यादातर भारतीय रीति-रिवाजों में दूल्हा ही दुल्हन के घर घोड़े के साथ बारात लेकर पहुंचता है, लेकिन प्रिया का सपना था कि वह दूल्हे के घर घोड़े से सवार होकर पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए प्रिया ने मीडिया को बताया कि वह बेहद खुश है और यह उसके बचपन की इच्छा पूरी होने जैसा है. प्रिया ने कहा, 'मैं बेहद खुश हूं. यह अवसर आमतौर पर लड़कों की जिंदगी में आता है, लेकिन हमारे घर में मेरे माता-पिता ने मुझे एक लड़के की तरह पाला है.'

दुल्हन के पिता चाहते थे कि ऐसा करें

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रिया के पिता नरिंदर अग्रवाल ने कहा कि वह इस मिथक को तोड़ना चाहते थे कि लड़कियां लड़कों से कमतर होती हैं. प्रिया ने यह भी कहा कि उनके पिता ने ही उन्हें कानून की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया. प्रिया ही नहीं, कई दुल्हनें अब पुराने मानदंडों को तोड़ रही हैं और जेंडर रोल्स को उलट रही हैं.

इससे पहले भी ऐसा कर चुकी है एक और लड़की

दिसंबर 2021 में इसी तरह की एक घटना में, इंडिगो एयरलाइंस की एक वरिष्ठ एयर होस्टेस अनुष्का गुहा ने अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ घोड़े पर अपनी बारात का नेतृत्व किया था. सफेद लहंगा पहने दुल्हन सबसे पहले कोलकाता के व्यवसायी दूल्हे जीत मुखर्जी के घर पहुंची, जो एक कार में बारात में शामिल हुआ.

मां सुष्मिता गुहा ने कहा, 'बचपन से ही अनुष्का यह सवाल करती थी कि घोड़ी पर सवार होकर ही दूल्हा ही दुल्हन के घर क्यों जाता है. हम उसे बताते थे कि ये परंपराएं पीढ़ियों से चली आ रही हैं लेकिन उसे कभी संतुष्ट नहीं कर सके. उसने हमेशा कहा कि वह परंपरा को तोड़ देगी और इसके विपरीत करेगी.'