Israel-Hezbollah War / हिजबुल्लाह का इजराइल पर हमला दागे 150 से ज्यादा रॉकेट

हिजबुल्लाह ने इजराइल पर 150 रॉकेटों से हमला किया, जवाब में इजराइल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले के बाद इजराइल में इमरजेंसी लागू कर दी गई है और लेबनान से लगे क्षेत्रों में सायरनों की आवाजें सुनाई दे रही हैं। अमेरिका ने इजराइल के आत्मरक्षा का समर्थन किया है।

Vikrant Shekhawat : Aug 25, 2024, 11:15 AM
Israel-Hezbollah War: लेबनानी विद्रोही गुट हिजबुल्लाह ने इजराइल पर एक बड़ा रॉकेट बैराज हमला किया है, जिसमें इजराइल सेना के अनुसार लगभग 150 प्रोजेक्टाइल दागे गए हैं। यह हमला इजराइल की ओर से लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाने के जवाब में किया गया। इजराइल ने रविवार तड़के लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले की घोषणा की थी, जिसके बाद से तनाव बढ़ गया है।

हिजबुल्लाह का बयान और हमला

हिजबुल्लाह ने अपने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि इसका लक्ष्य एक महत्वपूर्ण इजराइली सैन्य स्थल था, जिसे बाद में सार्वजनिक किया जाएगा। साथ ही, हिजबुल्लाह ने इजराइल के कई बैरकों और 'आयरन डोम' मंचों को भी निशाना बनाने का दावा किया है। हिजबुल्लाह ने इस हमले को अपने शीर्ष कमांडर फवाद शुक्र की हत्या का बदला लेने के रूप में वर्णित किया, जिनकी पिछले महीने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हत्या कर दी गई थी।

इजराइल की प्रतिक्रिया

हमले के बाद, इजराइल सेना ने इमरजेंसी घोषित कर दी है और लेबनान से लगे इजराइली क्षेत्रों में लगातार सायरनों की आवाज सुनाई दे रही है। इजराइल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वे आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हैं, जबकि हिजबुल्लाह नागरिकों को लक्षित करता है। सेना ने यह भी दावा किया कि उनका हमला उन ठिकानों पर था, जहां से इजराइल पर हमले की तैयारी की जा रही थी।

अमेरिकी प्रतिक्रिया

अमेरिका ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन इस तनाव पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और इजराइल के समकक्षों के साथ बैठकें कर रहे हैं। अमेरिका ने इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए काम करने की बात की है।

भविष्य की दिशा

हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव और सैन्य गतिविधियों से क्षेत्रीय सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। दोनों पक्षों के बीच यह संघर्ष क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकता है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस दिशा में आगे की घटनाओं पर रहेंगी।