चीन / अलीबाबा पर लगा ₹205 अरब जुर्माना, चीन का अब तक का सर्वाधिक प्रतिस्पर्धारोधी जुर्माना

चीनी नियामकों ने एकाधिकार विरोधी नियमों के उल्लंघन व अपनी दबदबे की स्थिति का दुरुपयोग करने को लेकर अलीबाबा पर $2.75 अरब (₹205 अरब) जुर्माना लगाया है जो चीन में प्रतिस्पर्धारोधी गतिविधियों को लेकर लगाया गया सर्वाधिक जुर्माना है। यह 2019 में चीन में अलीबाबा की कमाई का लगभग 4% है। अलीबाबा ने कहा कि उसे यह फैसला स्वीकार है।

Vikrant Shekhawat : Apr 10, 2021, 05:59 PM
बीजिंग: दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर चीन के नियामकों ने शनिवार को प्रतिस्पर्धा रोधी व्यवहार के लिए 18.3 अरब युआन (2.8 अरब डॉलर) का जुर्माना लगाया है। चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी तेजी से बढ़ते प्रौद्योगिकी उद्योगों पर अपना नियंत्रण बढ़ा रही है।

पार्टी नेता अलीबाबा सहित चीन की बड़ी इंटरनेट कंपनियों के बढ़ते दबदबे से चिंतित हैं। इन नेताओं का मानना है कि जब उद्योग वित्त, स्वास्थ्य सेवा और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में विस्तार कर रहा है, इंटरनेट कंपनियों का बढ़ता दबदबा चिंता की बात है। पार्टी ने कहा कि इस साल हमारी प्राथमिकता विशेषरूप से प्रौद्योगिकी उद्योगों में एकाधिकार को समाप्त करना है। 

बाजार नियमन प्रशासन ने कहा कि अलीबाबा पर अपनी दबदबे की स्थिति का लाभ उठाने के लिए यह जुर्माना लगाया गया है। अलीबाबा ने उसके मंच का इस्तेमाल करने वाले रिटेलर्स के बीच प्रतिस्पर्धा को सीमित किया और वस्तुओं की मुक्त आपूर्ति में अड़चन पैदा की। यह जुर्माना 2019 में कंपनी की कुल 455.71 अरब युआन या 69.5 अरब डॉलर की बिक्री के चार प्रतिशत के बराबर है।