Vikrant Shekhawat : May 14, 2021, 06:44 AM
नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने आज कहा है कि चक्रवात तौकते के प्रभाव के कारण लक्षद्वीप के ऊपर स्पष्टï तौर पर कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है जो और अधिक बढ़कर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। यह 18 मई की शाम को गुजरात के तट के पास पहुंच सकता है।चक्रवात तौकते के बारे में ताजा और उसके बाद के घटनाक्रमों के बारे में बताते हुए मौसम विभाग ने आज कहा कि 14 मई की सुबह को लक्षद्वीप के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र स्पष्टï रूप से देखा जा सकेगा और उसके बाद 15 मई की सुबह तक इसी क्षेत्र में यह और अधिक गहरा सकता है। इसके बाद के अगले 24 घंटे में यह चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है।इस चक्रवाती तूफान के गुजरात की ओर उत्तर से उत्तर पश्चिम और इससे सटे पाकिस्तानी तटों की ओर बढऩे की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि यह 18 मई की शाम को गुजरात के तट के पास पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने कहा, 'चक्रवात के घटनाक्रम पर नजदीक से नजर रखा जा रहा है और संबंधित राज्य सरकारों को नियमित तौर पर इसको लेकर सूचित किया जा रहा है।'उसने यह भी बताया कि चक्रवाती तूफान के प्रभाव से कोंकण और गोवा क्षेत्र में शनिवार को कई जगहों पर हल्की से सामान्य बारिश होगी और रविवार तथा सोमवार को यह और जोर पकड़ेगा और इन इलाकों में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी। विभाग के मुताबिक 24 घंटे में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी की बारिश को भारी बारिश जबकि 24 घंटे में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी बारिश को बहुत भारी बारिश समझा जाता है। सिंघुदुर्ग और रत्नागिरी जिलों को मिलाकर महाराष्ट्र का दक्षिण कोंकण क्षेत्र कहलाता है। इसी तरह गुजरात तट पर 17 मई से बारिश शुरू होगी। उसके बाद के दिनों में बारिश की तीव्रता में इजाफा होगा और 18 मई को सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी। 19 मई को कच्छ और इससे सटे दक्षिण पश्चिम राजस्थान में छिट पुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी। चूंकि क्षेत्र चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने जा रहा है ऐसे में बारिश आंधी तूफान के साथ होगी जिसमें हवा गति अगले 5-6 दिनों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे से 80 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी। बुधवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एक बैठक बुलाई और राज्य में तटीय जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने तथा अरब सागर में चक्रवात के बनने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी को ध्यान में रखकर जरूरी सुरक्षा उपाय करने को कहा।